रोलओवर शुरू हो चुका है और उम्मीद के अनुरूप बाजार बढ़त पर है। फिलहाल किसी खास गिरावट के आसार नहीं हैं। लेकिन हमें यह बात दिमाग के किसी कोने में बैठाकर रखनी पड़ेगी कि निफ्टी के 5300 अंक तक करेक्शन आ सकता है। ऊपर की दिशा में 5440 का स्तर नजर आ रहा है। भले ही खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति थोड़ी घट रही हो, लेकिन रिजर्व बैंक ब्याज दरें बढ़ा सकता है। वैसे, रिजर्व बैंक इधर चौंकाने के अंदाज में काम रहा है और हो सकता है कि 27 जुलाई को मौद्रिक नीति की पहली त्रैमासिक समीक्षा के बजाय वह ब्याज दरें बढ़ाने की घोषणा अगस्त के पहले हफ्ते में करे।
देर से ही सही, अब रीयल्टी स्टॉक बाजार की नजरों में चढ़ने लगे हैं। हमने शुरुआत डीएलएफ और एचडीआईएल से की और अब एचसीसी हमारे लक्ष्य में है। एचसीसी बढ़त के मुहाने पर है क्योंकि कंपनी अपने लवासा प्रोजेक्ट के लिए मर्चेंट बैंकर नियुक्त करने की प्रक्रिया में है। वह दो सौ करोड़ डॉलर से ज्यादा की रकम जुटाना चाहती है। इसलिए उसे बाजार पूंजीकरण तो बढ़ाना ही होगा। एचसीसी में एफ एंड ओ (फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस) सेगमेंट में अच्छे सौदे बन रहे हैं जो साफ तौर पर दिखाते हैं कि इसमें अच्छी रैली होनेवाली है। जो भी हो, यह स्टॉक फिलहाल ‘वन मैन आर्मी’ की पकड़ में है। इसलिए इसमें आप भारी बढ़त की उम्मीद कर सकते हैं।
एचसीसी के अलावा यह मसला समूह की दो अन्य कंपनियों – इंडियन ह्यूम पाइप और वालचंदनगर के लिए वाकई टॉनिक का काम कर सकता है। इंडियन ह्यूम पाइप के पास मुंबई, पुणे व दिल्ली में 11 लाख वर्गफुट जमीन है और इसलिए इसका मूल्यांकन बीएफ यूटिलिटीज से भी बेहतर हो सकता है। जमीन तो है ही, इंडियन ह्यूम पाइप का मूल धंधा भी चौकस चल रहा है।
बाजार एक तरह की तनाव परीक्षा या स्ट्रेस टेस्ट के इंतजार में है। एक बार यह हो जाए और रोलओवर पूरा हो जाए, तब हम 5700 अंक की दिशा में कूच कर देंगे और यह मंजिल दीपावली से पहले ही हासिल हो सकती है। एक बात ध्यान में रखें कि अभी जो भी पैसा बन रहा है, वह मिड कैप स्टॉक में ही बन रहा है। इनमें एफआईआई की होल्डिंग काफी कम है। इसलिए वे यहां कुछ बिगाड़ नहीं सकते।
काबिलियत हमेशा अपेक्षा से कम ही रहती है। हां, हम उसे पाने की लगातार कोशिश जरूर करते रहते हैं।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)