मेरे तईं रेल बजट बाजार के लिए कोई खास मायने नहीं रखता। हम बखूबी जानते हैं कि चाहे वो रेल बजट हो या आम बजट, सरकार के लिए धन जुटाना बड़ी समस्या है। फिर भी रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने सालों बाद किराया बढ़ाने की जुर्रत की है, जिसके लिए उनकी दाद देनी पड़ेगी। हालांकि मैं तो अर्थव्यवस्था की उस सूक्ष्म तस्वीर को पकड़ने की कोशिश कर रहा हूं जो निश्चित रूप से बजट के छोटे दायरे से बाहर है।
बाजार उम्मीद के मुताबिक काफी ऊपर जाने के बाद नीचे आ गया। निफ्टी सुबह 5500 के एकदम करीब पहुंच गया था। फिर बाजार बंद होते-होते बढ़त 0.63 फीसदी तक सिमट गई और वो 5463.90 पर बंद हुआ। इस तरह उठकर गिरने का कारण यह है कि फरवरी में मुद्रास्फीति के आंकडे ऊंचे निकल आए। मुझे इसका अंदेशा था। इससे यकीनन अब ब्याज दर कटौती में देरी हो सकती है। इसलिए अगर मुख्य बजट में कोई बड़ी बात नहीं हुई तो बाजार नकारात्मक प्रतिक्रिया दिखा सकता है।
कल रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की मध्य-तिमाही समीक्षा पेश करेगा और परसो आम बजट आना है। मैं तो इस दरम्यान यही सलाह दूंगा कि जहां हैं, वहीं कसकर पकड़कर बैठे रहें। बाजार के लोग ज्यादा ही तेजी की धारणा में है और उन्होंने 5440 के ऊपर लांग पोजिशन बना रखी हैं। टेक्निकल स्तर पर देखें तो बाजार ओवरबॉट अवस्था में पहुंचा हुआ है। इसलिए करेक्शन की आशंका काफी ज्यादा है।
निचले स्तरों, मसलन 5200 और 5170 पर हमें भारी समर्थन दिख रहा है। ऐसे में ब्याज दरों में कमी की उम्मीद और दुनिया के धन का आगम बाजार को आगे बढ़ाएगा, न कि बजट। फिर, कैश सेटलमेंट की व्यवस्था को पोजिशन के हिसाब से आपकी जेब ढीली करने का जरिया बनाया जाएगा। हर कोई 5440 के ऊपर लांग हुआ पड़ा है। इसलिए जैसा कि मैंने आपको बताया कि बाजार के गिरने के आसार प्रबल हैं। वैसे भी बाजार इस समय ओवरबॉट स्थिति में है।
हम अगले दो दिनों तक पोजिशंस को शॉर्ट और लांग से बराबर करते रहेंगे और निफ्टी पर हमारी कोई कॉल नहीं होगी। हमने बॉम्बे डाईंग में निवेश की सलाह का सिलसिला 330 रुपए से शुरू किया। आज वो 538 रुपए तक चला गया और जल्दी ही 700 रुपए तक पहुंच जाएगा। उसके रीयल्टी प्रोजेक्ट में कब्जा रामनवमी पर दिया जाएगा। इसका मतलब कि चौथी तिमाही में कपनी को जबरदस्त मुनाफा होगा। अब यह फीनिक्स मिल्स जैसा मॉडल स्टॉक बन जाएगा और आप देखेंगे कि तमाम एफआईआई ब्रोकरेज हाउस इस स्टॉक के 1000 रुपए पहुंचने तक रेटिंग को उठाने में जुट जाएंगे। रीयल्टी कारोबार के जोर का किस्सा अब सेंचुरी टेक्सटाइल्स में भी शुरू हो चुका है। नज़र लगाए रखिए बराबर।
कोई व्यक्ति पेड़ अपने लिए नहीं लगाता। वह तो भावी पीढ़ियों के लिए ऐसा करता है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलतः सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)