कोई भी शेयर अपनी सहूलियत से खरीदें, न कि दूसरों के दबाव और बाजार के शोरशराबे पर। वो भी तब, जब भाव अपने माफिक आ जाए। सौ-पचास स्टॉक्स खरीदने की जरूरत नहीं। आठ-दस साल में दौलत पैदा करने के लिए पांच-दस स्टॉक्स ही काफी हैं। तथास्तु में आज एक ऐसी कंपनी जो पिछले 15 सालों से अपने मुनाफे का 3/4 हिस्सा शेयरधारकों में बांटती रही है। इसका शेयर अभी महंगा है। थोड़ा नीचे आए तभी खरीदना है…औरऔर भी

दस में से नौ लोग सोचते/मानते हैं कि शेयर बाज़ार फटाफट धन कमाने का ज़रिया है। कमाई से ऊपर की कमाई! जिस भाव पर खरीदा, दूसरे ने उससे ज्यादा भाव पर खरीद लिया और नोट बनते चले गए। जबकि सोचना चाहिए कि हम ऐसी कंपनी को पूंजी दे रहे हैं, जो उस पर एफडी से ज्यादा कमाएगी। ध्यान रखें, स्टॉक्स दौलत बनाने का माध्यम हैं, बचत या आमदनी के नहीं। आज तथास्तु में एक मजबूत स्मॉल-कैप कंपनी…औरऔर भी

आज सेंसेक्स 68.40 अंक बढ़कर 18,090.62 और निफ्टी 14.80 अंक बढ़कर 5432 पर बंद हुआ है। लेकिन भारतीय बाजार दीवाली के बाद से अब तक 14.5 फीसदी की भारी गिरावट या करेक्शन का शिकार हो चुका है। इसकी बहुत सारी वजहें गिनाई गई हैं – भ्रष्टाचार, घोटाले, रिश्वतखोरी व मुद्रास्फीति से लेकर ब्याज दरों में वृद्धि की चिंता, इससे चलते आनेवाली औद्योगिक सुस्ती और अंततः भारत से विदेशी निवेश का निकलकर विकसित देशों में चले जाने कीऔरऔर भी