उड़ीसा में लगभग 52,000 करोड़ रुपए की लागत वाली पॉस्को स्टील परियोजना के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया धीरे-धीरे जोर पकड़ रही है। गांव वालों ने अपना विरोध मांगों को पूरा करने का आश्वासन मिलने के बाद वापस ले लिया है। अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (पारादीप) सरोजकांत चौधरी ने बताया, ‘‘दो दिन के अंतराल के बाद, कल शुरू हुई भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया, पोलंगा, बायानाला और नोलियासाही गांव के लोगों के सहयोग सेऔरऔर भी

दक्षिण कोरिया की कंपनी पोस्को को भारत की जमीन पर पैर रखने में बराबर मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। काफी रगड-धगड़ के बाद उड़ीसा में उसकी प्रस्तावित इस्पात परियोजना को केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की हरी झंडी मिली तो राज्य सरकार ने भूमि अधिग्रहण का काम शुरू कर दिया। लेकिन शुक्रवार को भूमि अधिग्रहण के इस काम में खलल पड़ गया। ग्रामीणों ने 52,000 करोड़ रुपए की इस परियोजना के लिए अपनी जमीन के अधिग्रहण केऔरऔर भी