जीवन चक्र के चौथे हिस्से की संभावना पर बहस खत्म होती नहीं दिख रही है। ताजातरीन खबर यह है कि अमेरिकी वैज्ञानिकों ने जीवन चक्र की एक पूरी नई शाखा खोजने का दावा किया है। धरती पर जीवों को फिलहाल तीन स्वरूपों में बांटा गया है। इनमें पशु, पेड़-पौधे, मनुष्य, जीवाणु आदि आर्गेनिज्म की श्रेणी में आते हैं और शेष दो श्रेणियां माइक्रोआर्गेनिज्म कहलाती हैं। लेकिन कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के जीवविज्ञानी प्रोफेसर जोनाथन ईसेन ने दावा किया किऔरऔर भी

भारतवर्ष में वर्ष का अर्थ भौगोलिक खंड से है। आज भी हम भारतीय उपमहाद्वीप कहते है। पहले भी इसके भौगोलिक स्वरूप के प्रति कुछ ऐसी ही मान्यता थी जिसमें बताए गए सृष्टि के नौ भिन्न वर्षों या महाद्वीपों में से एक भारतवर्ष है। बाकी आठ वर्ष हैं – कुरु, हिरण्यमय, रम्यक, इलावृत्त, हरि, केतुमाला, भद्राशव और किन्नर। वर्ष की व्युत्पत्ति वृष् धातु से है जिसमें बौछार करने, पैदा करने और चोट करने के अर्थ हैं। एक सेऔरऔर भी