दुनिया में नाम कमाने के लिए कभी कोई फूल नहीं खिलता। कोई विद्रोही कभी नाम कमाने के लिए शहीद नहीं होता। लेकिन ज़मीन में गड़ी हुई देहों की ख़ाक से, शरीर की मिट्टी से, धूल से, खिलेंगे गुलाबी फूल। सही है कि विद्रोही अनाम ही रह जाएगा।और भीऔर भी

भगत सिंह 23 साल ही जीकर अमर हो गए। 39 साल के जीवन में विवेकानंद दुनिया पर अमिट छाप छोड़ गए। ऐसा इसलिए क्योंकि वे अपने लिए नहीं, उन अपनों के लिए जिए जो परिवार तक सीमित नहीं थे।और भीऔर भी