निठल्ले चलेंगे, परजीवी नहीं 2021-04-29 By: अनिल रघुराज On: April 29, 2021 In: ऋद्धि-सिद्धि और भीऔर भी
बाघनखी 2012-03-28 By: अनिल रघुराज On: March 28, 2012 In: ऋद्धि-सिद्धि जमाने की सीधी चढ़ाई भावनाओं के मुलायम पोरों से नहीं, बुद्धि के कठोर नखों के दम पर पाई जा सकती है। जोंक जैसा चिपकने का गुण या बाघनखी जैसी पकड़। नहीं तो बार-बार आप फिसलते ही रहेंगे।और भीऔर भी