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निफ्टी की दशा-दिशा: शुक्रवार 2 जून 2023 अंतम रुख↑ शाम 3.30 बजे

 

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वर्तमान में समाधान

2023-06-04
By: अनिल रघुराज
On: June 4, 2023
In: ऋद्धि-सिद्धि

और भीऔर भी

avagya

अवज्ञा है बुनियाद

2022-12-13
By: अनिल रघुराज
On: December 13, 2022
In: ऋद्धि-सिद्धि

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man nahi marta

तन मरता है, मन नहीं

2022-09-26
By: अनिल रघुराज
On: September 26, 2022
In: ऋद्धि-सिद्धि

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शरीर पर अत्याचार

2022-09-25
By: अनिल रघुराज
On: September 25, 2022
In: ऋद्धि-सिद्धि

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purvagraho se mukti

पूर्वाग्रहों को मिटाना ही मुक्ति

2022-09-24
By: अनिल रघुराज
On: September 24, 2022
In: ऋद्धि-सिद्धि

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न सोच हमारी, न विचार

2022-09-11
By: अनिल रघुराज
On: September 11, 2022
In: ऋद्धि-सिद्धि

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hawa hi hawa

भावनाएं विचार, हवा ही हवा

2022-09-10
By: अनिल रघुराज
On: September 10, 2022
In: ऋद्धि-सिद्धि

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char dushman

अपने चार दुश्मन

2022-09-07
By: अनिल रघुराज
On: September 7, 2022
In: ऋद्धि-सिद्धि

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janata ki samprabhuta

जनता भी है संप्रभु

2022-08-19
By: अनिल रघुराज
On: August 19, 2022
In: ऋद्धि-सिद्धि

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na lut paye loktantra

ताकि न लुटे लोकतंत्र

2022-08-18
By: अनिल रघुराज
On: August 18, 2022
In: ऋद्धि-सिद्धि

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निवेश – तथास्तु

  • सच्चा कहां, अच्छे हैं सातवें आसमान पर!
    4 Jun 2023

    शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग से कमा पाना यकीनन मुश्किल है। लेकिन ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स चुनना आसान है। आम रिटेल ट्रेडर के माफिक वही स्टॉक्स होते हैं जिनमें लॉन्ग टर्म, मीडियम टर्म व शॉर्ट टर्म रुख बढ़ने का है। कोई स्टॉक 52 हफ्ते के शिखर के करीब हो या वहां पहुंच गया हो, तब भी उसे ट्रेड के लिए चुन सकते हैं। लेकिन लम्बे निवेश में हमें मूल्यवान शेयर को कम से कम भाव पर पकड़ना होता […]

पेड सेवा

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क्या आप जानते हैं?

  • अमृतकाल है या विश्वास का संकटकाल

    दुनिया पर भले ही नई आर्थिक मंदी का संकट मंडरा रहा हो। लेकिन हमारा देश इंडिया यानी भारत इस वक्त भयंकर ही नहीं, भयावह विश्वास के संकट के दौर से गुजर रहा है। प्रधानमंत्री झूठ बोलते हैं। समूची सरकार और उसमें बैठी पार्टी के आला नेता झूठ बोलते हैं। सरकार का हर मंत्री झूठ बोलता …

अपनों से अपनी बात

  • साल में 41-112%, मिले है सिर्फ यहां!

    भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और आगे भी बढ़ेगी। लेकिन कहा जा रहा है कि इसका लाभ आम आदमी को पूरा नहीं मिलता। अमीर-गरीब की खाईं बढ़ रही है। बाज़ार को आंख मूंदकर गालियां दी जा रही हैं। लेकिन बाज़ार सचेत लोगों के लिए आय और दौलत के सृजन ही नहीं, वितरण का काम भी …

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जानिए

  • ज़ीरो-सम गेम नहीं है यह
  • ईटीएफ: चलो बाजार खरीद लें
  • मायने आईपीओ ग्रेडिंग के
  • जवाब कमोडिटी बाजार के

बूझिए

  • ओपन ऑफर, बायबैक, डीलिस्टिंग
  • इश्यू मूल्य और बुक बिल्डिंग
  • गुत्थी ऋण बाजार की
  • यह कासा बला क्या है?

आज़माइए

  • मोटामोटी दस बातें शेयरों की
  • गोल्ड ईटीएफ एक, दाम अनेक
  • न करें कम एनएवी का लालच
  • फायदे म्यूचुअल फंड निवेश के

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अमृतकाल है या विश्वास का संकटकाल

दुनिया पर भले ही नई आर्थिक मंदी का संकट मंडरा रहा हो। लेकिन हमारा देश इंडिया यानी भारत इस वक्त भयंकर ही नहीं, भयावह विश्वास के संकट के दौर से गुजर रहा है। प्रधानमंत्री झूठ बोलते हैं। समूची सरकार और उसमें बैठी पार्टी के आला नेता झूठ बोलते

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