मारुति सुजुकी में जून से लेकर अब तक करीब 60 दिन तक चली हड़ताल से हरियाणा सरकार को 350 करोड़ रुपए की एक्साइज ड्यूटी और 35 करोड़ के सेल्स टैक्स का नुकसान हो चुका है। खुद मारुति को करीब 1540 करोड़ रुपए की चपत लगी है। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि मारुति प्रबंधन कमर्चारियों की जिस यूनियन को मान्यता देता है, उसमें पिछले 11 सालों से गुप्त मतदान के जरिए कोई चुनाव नहीं हुए हैं।औरऔर भी

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारूति सुजुकी ने अपनी मानेसर फैक्टरी के 11 कर्मचारियों को बरखास्त कर दिया। फैक्टरी के कर्मचारी शनिवार से ही हड़ताल पर हैं। प्रबंधन के इस कदम के बाद मारुति सुजुकी का शेयर बीएसई में दिन में 1.90 फीसदी गिरकर 1210 रुपए तक चला गया। लेकिन बाद में 0.52 फीसदी की बढ़त के साथ 1240 रुपए पर बंद हुआ। मारूति सुजुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने बताया कि, ‘‘कंपनी नेऔरऔर भी