बड़ों की तरह बच्‍चों का भी अपना मन और दि‍माग होता है और वे ऐसी किसी बात या रिश्ते को पसंद नहीं करते, जिनमें उनकी हेठी की जाती हो, उन्हें नीचा समझा जाता हो। इसलि‍ए बच्‍चों पर बड़ों की जोर जबरदस्‍ती एकदम ठीक नहीं है। यह कहना है कि राष्‍ट्रीय बाल अधि‍कार संरक्षण आयोग की अध्‍यक्ष प्रो. शांता सि‍न्‍हा का। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कि‍सी भी रूप में घर या स्कूल में शारीरि‍क दंड देने काऔरऔर भी