पंजाब व हरियाणा के गांवों-कस्बों में लोग जुगाड़ से गाड़ियां बनाकर चला लेते हैं। लेकिन अमृतसर से लोकसभा चुनाव जीतने में नाकाम रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली तो देश का बजट घाटा तक जुगाड़ से ठीक करने जा रहे हैं। इस जुगाड़ के बल पर वे नए वित्त वर्ष 2018-19 का बजट पेश करते वक्त बड़े आराम से दावा करेंगे कि उन्होंने 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटे को जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के 3.2 प्रतिशत तक सीमितऔरऔर भी

यकीन मानिए, तथास्तु शेयर बाज़ार में लंबे निवेश की सबसे विश्वसनीय और अपने तरह की इकलौती सेवा है। कीमत मात्र 200 रुपए/महीने। इतना भी इसलिए ताकि हम अपना काम जारी रख सकें। एक पुरानी बानगी। अजंता फार्मा में 1 अगस्त 2011 को जब हमने निवेश की सलाह दी थी तब उसका दस रुपए का शेयर 347.10 पर था। अभी पांच रुपए का शेयर 987.15 पर है। दो साल में 5.68 गुना! यह कमाल है बस एक मिसाल…औरऔर भी

शेयर बाजार में इस वक्त निवेशकों का नहीं, ट्रेडरों का बोलबाला है। 3 अक्टूबर को बाजार खुलने से पहले हमने ज्यादा कुछ न बताकर इतना कहा था कि नेस्को बहुत ही मजबूत और संभावनामय कंपनी है। इसमें बढ़त का रुझान भी है। बस क्या था? संकेत मिला नहीं कि ट्रेडरों की मौज हो गई। रण बीच चौकड़ी भरने लगे। एकदम चेतक की तरह, जिसके बारे में कविता है कि राणा की पुतली फिरी नहीं, तब तक चेतकऔरऔर भी