हां, यह सच है कि कैश सेगमेंट में कल एफआईआई की शुद्ध 1305.55 करोड़ रुपए की भारी-भरकम बिकवाली घरेलू निवेशक संस्थाओं (डीआईआई) की 743.47 करोड़ रुपए की शुद्ध खरीद पर भारी पड़ी और बाजार एकदम धराशाई हो गया। हालांकि कैश सेगमेंट की स्थिति तो बिना जहर वाले सांप जैसी है। सरकार पहले ही फिजिकल सेटलमेंट की सहूलियत न देकर बाजार का जहर निकाल चुकी है और फिलहाल किसी में दम नहीं है कि वह भारतीय हलके मेंऔरऔर भी

गोकलदास एक्सपोर्ट्स का शेयर लंबे अरसे से 90-95 कर रहा है। बीच-बीच में कुछ हल्ला मचाकर इसे उठाया जाता है। फिर यह ठंडा पड़ जाता है। चार महीने पहले 10 मार्च को अचानक हल्ला उठा कि ब्लैकस्टोन ग्रुप कंपनी का प्रबंधन अपने हाथ में लेने जा रहा है। शेयर खटाक से उसी दिन 20 फीसदी ऊपरी सर्किट तक बढ़कर 94.95 रुपए से 113.90 रुपए पर पहुंच गया। अगले दिन 11 मार्च को 129.40 रुपए पर जाने केऔरऔर भी