आपने भी देखा होगा कि किसी स्टॉक के बजाय लोगों की आम दिलचस्पी इसमें होती है कि बाज़ार कहां जा रहा है। जैसे कोई मिलने पर पूछता है कि क्या हालचाल है, उसी तरह शेयर बाज़ार से वास्ता रखनेवाले छूटते ही पूछ बैठते हैं कि सेंसेक्स या निफ्टी कहां जा रहा है। चूंकि सेंसेक्स में शामिल सभी तीस कंपनियां निफ्टी की पचास कंपनियों में शामिल हैं। इसलिए हाल-फिलहाल बाज़ार कहां जा रहा है, का मतलब होता हैऔरऔर भी

शेयर बाजार में निवेश करना है तो हमें लॉटरी खेलने की मानसिकता से मुक्त होना होगा। शेयरों के भाव कभी भी वर्तमान या अतीत से नहीं, बल्कि कंपनी के कामकाज व नकदी प्रवाह के भावी अनुमानों से तय होते हैं। और, भविष्य को कोई भी ठीक-ठीक नहीं जान सकता। इसलिए शेयर बाजार के निवेश में जमकर जोखिम है। दिक्कत यह है कि हम शेयरों में निवेश करते वक्त रिटर्न की बात सोच-सोचकर लार तो टपकाते हैं। मगर,औरऔर भी

मित्रों! बड़े विनम्र अंदाज में आज से वापसी कर रहा हूं। कोई शोर-शराबा नहीं। कोई धूम-धड़ाका नहीं। दूसरों के कहे शेयरों को आंख मूंदकर आपको बताने की गलती अतीत में हमसे जरूर हुई है। सूर्यचक्र पावर इसका आदर्श नमूना है। लेकिन जहां भी औरों की सलाह को सोच-समझ कर पेश किया, वहां आपका फायदा ही हुआ है। जैसे, ठीक साल भर पहले हमने अपोलो हॉस्पिटल्स में निवेश की सलाह थी। तब वो शेयर 455.65 रुपए था औरऔरऔर भी