Skip to content
।।अर्थकाम।। Be financially clever!

निफ्टी की दशा-दिशा [शुक्रवार, 15 जनवरी 2021] अंतिम रुख⬇ शाम: 3.30 बजे

पिछला बंद शुक्र का उच्चतम शुक्र का न्यूनतम शुक्र का बंद वास्तविक दायरा
14595.60 14617.15 14357.85 14433.70 14355/14615

 

Secondary Navigation Menu
Menu
  • अर्थव्यवस्था
    • उद्योगमैन्यूफैक्चरिंग से लेकर समूचे सेवा क्षेत्र से जुड़ी नीतियां व विकासक्रम
    • कृषिउस क्षेत्र का हाल जिस पर निर्भर है देश की 60 फीसदी से ज्यादा आबादी
    • वित्त बाजारवित्तीय बाजार पर असर डालनेवाली हर खबर, विश्लेषण के साथ
    • बजटबजट के प्रावधानों से लेकर सरकारी नीतियों का लेखाजोखा
  • अर्थसार
  • ऋद्धि-सिद्धि
  • ऑप्शन ट्रेडिंग
  • जीवन-सार
  • ट्रेडिंग-बुद्ध
  • धन-मंत्र
  • निवेश
  • तथास्तु
  • विचार
    • आपकी बातसमाज के बीच से आए असली व सार्थक विचार
    • मेरी बातकिसी सामयिक प्रसंग पर संपादक का विश्लेषण
    • इनकी बातकिसी खास हस्ती के रोचक विचार
    • उनकी बातवित्तीय जगत से जुड़े किसी शख्स के व्यवहारिक विचार
  • संपर्क
  • पेड सेवा
  • Login

aversion

कब तक दुखी!

2020-09-25
By: अनिल रघुराज
On: September 25, 2020
In: ऋद्धि-सिद्धि

और भीऔर भी

भगवान और ईश्वर

2020-04-15
By: अनिल रघुराज
On: April 15, 2020
In: ऋद्धि-सिद्धि

और भीऔर भी

पाने नहीं, खोने की साधना

2020-02-23
By: अनिल रघुराज
On: February 23, 2020
In: ऋद्धि-सिद्धि

और भीऔर भी

impermanent

तन मैला, मन उजला

2019-11-09
By: अनिल रघुराज
On: November 9, 2019
In: ऋद्धि-सिद्धि

और भीऔर भी

who is god

भगवान कौन!

2019-02-16
By: अनिल रघुराज
On: February 16, 2019
In: ऋद्धि-सिद्धि

और भीऔर भी

निवेश – तथास्तु

  • महंगा शेयर भी कभी-कभी महंगा नहीं होता!
    10 Jan 2021

    शेयर बाज़ार में निवेश का सर्वोत्तम मौका तब होता है जब वो एकदम जमींदोज़ हो। बीते साल 2020 में अप्रैल-मई में ऐसा ही मौका आया था। लेकिन तब कोरोना की मार और कमाई की अनिश्चितता के बीच शेयरों में वही लोग धन लगा सकते थे, जिनके पास इफरात धन था। आम निवेशक हाथ-पेट बांधकर चल रहा था। अब, जब वह थोड़ा निश्चिंत हुआ है तो बाज़ार आसमान पर है। लेकिन कभी-कभी चढ़ा शेयर भी सस्ता होता है। […]

पेड सेवा

tathastu logo

क्या आप जानते हैं?

  • कोरोना काल का पहला मेगा स्कैम!

    जर्मन मूल की ग्लोबल ई-पेमेंट कंपनी वायरकार्ड ने बैंकिंग और इसके नजदीकी धंधों में अपने हाथ-पैर पूरी दुनिया में फैला रखे थे। फिर भी उसका कद ऐसा नहीं है कि इसी 25 जून को उसके दिवाला बोल देने से दुनिया के वित्तीय ढांचे पर 2008 जैसा खतरा मंडराने लगे। अलबत्ता, जिस तरह इस मामले में …

अपनों से अपनी बात

  • साल में 41-112%, मिले है सिर्फ यहां!

    भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और आगे भी बढ़ेगी। लेकिन कहा जा रहा है कि इसका लाभ आम आदमी को पूरा नहीं मिलता। अमीर-गरीब की खाईं बढ़ रही है। बाज़ार को आंख मूंदकर गालियां दी जा रही हैं। लेकिन बाज़ार सचेत लोगों के लिए आय और दौलत के सृजन ही नहीं, वितरण का काम भी …

Subscribe to ।।अर्थकाम।। by Email

जानिए

  • ज़ीरो-सम गेम नहीं है यह
  • ईटीएफ: चलो बाजार खरीद लें
  • मायने आईपीओ ग्रेडिंग के
  • जवाब कमोडिटी बाजार के

बूझिए

  • ओपन ऑफर, बायबैक, डीलिस्टिंग
  • इश्यू मूल्य और बुक बिल्डिंग
  • गुत्थी ऋण बाजार की
  • यह कासा बला क्या है?

आज़माइए

  • मोटामोटी दस बातें शेयरों की
  • गोल्ड ईटीएफ एक, दाम अनेक
  • न करें कम एनएवी का लालच
  • फायदे म्यूचुअल फंड निवेश के

क्या आप जानते हैं?

कोरोना काल का पहला मेगा स्कैम!

जर्मन मूल की ग्लोबल ई-पेमेंट कंपनी वायरकार्ड ने बैंकिंग और इसके नजदीकी धंधों में अपने हाथ-पैर पूरी दुनिया में फैला रखे थे। फिर भी उसका कद ऐसा नहीं है कि इसी 25 जून को उसके दिवाला बोल देने से दुनिया के वित्तीय ढांचे पर 2008 जैसा खतरा मंडराने

और भी

© 2010-2020 Arthkaam ... {Disclaimer} ... क्योंकि जानकारी ही पैसा है! ... Spreading Financial Freedom