बड़ा ओहदा, बड़ी कुर्सी, बड़ा नेटवर्क। लेकिन असल में आप कितने बड़े हैं, यह इससे तय होता है कि आपको नितांत अपनों से कैसी आत्मीयता व सम्मान मिलता है। वही आपकी थाती है। बाकी सब भौकाल है।और भीऔर भी