थोड़ा करो, बाकी होने दो। देखो तो सही कि हम ही नहीं, बहुत-सी लौकिक शक्तियां सक्रिय हैं इस बाह्य जगत में। उनको जान सको तो जानो। नहीं तो उनकी लीला देखो और अचंभित होते रहो।और भीऔर भी