हमें दूर का सब दिखता है। जो नहीं दिखता, उसे भी देखने का सरंजाम कर लेते हैं हम। लेकिन पास की चीजें नहीं देख पाते हम, जबकि समाधान आसपास ही मौजूद है जिसके लिए दूर जाने की जरूरत नहीं।और भीऔर भी