मित्रों, पिछले पांच सालों से ज्यादा वक्त में कभी ऐसा नहीं हुआ कि यह कॉलम किसी दिन न आया हो। दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में रहने या तबीयत थोड़ा खराब होने पर भी इसे लिखता रहा। लेकिन आज यह कॉलम नहीं आ रहा है। कारण, पिछले मंगलवार से चढ़ा बुखार लगातार इस कदर बढ़ता गया है कि अभी रिसर्च तो छोड़िए, बैठकर दो-चार पैरा लिखने तक की स्थिति नहीं है। लेकिन आप लोग कतई चिंता न करें।औरऔर भी