गन्ना पेराई वर्ष 2010-11 में पहली अक्टूबर से 15 फरवरी तक देश में चीनी उत्पादन 1.34 करोड़ टन रहा है। यह पिछले वर्ष की इसी अविध के 1.15 करोड़ टन उत्पादन से 16 फीसदी ज्यादा है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट को बताया, ‘‘इस साल चीनी मिलों ने 15 फरवरी तक कुल 1.34 करोड़ टन चीनी का उत्पादन किया है। यह इससे पिछले साल की समान अवधि से 16 फीसदी ज्यादा है।’’ सरकार ने अक्तूबर-सितंबर 2010-11 गन्ना वर्ष में कुल 2.45 करोड़ टन चीनी उत्पादन होने का अनुमान लगाया है। पिछले साल चीनी उत्पादन 1.9 करोड़ टन रहा था।
हालांकि गन्ना पेराई वर्ष अक्तूबर से शुरू होकर सितंबर तक चलता है, लेकिन महाराष्ट्र व उत्तर प्रदेश में गन्ने की पेराई अप्रैल तक समाप्त हो जाती है। इन दोनों राज्यों में देश की करीब 60 फीसदी चीनी का उत्पादन होता है। इस साल कुल घरेलू खपत 2.2 करोड़ टन रहने का अंदाजा है।
पिछले साल घरेलू बाजार में चीनी की कीमत 50 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई थी और देश की मांग को पूरा करने के लिए चीनी का आयात करना पड़ा था। इस साल फुटकर बाजार में चीनी की कीमत 32-25 रुपये की बीच चल रहीं हैं। मिलों का कहना है कि चीनी की उपलब्धता में सुधार को देखते हुए सरकार को इसके निर्यात की अनुमति दे देनी चहिए।