राठी बार्स को जब हमने 14 अप्रैल को खरीदने की सलाह दी थी, तब बीएसई में उसका भाव 16.15 रुपए था। आज 28 मई को उसका भाव चल रहा है 21.65 रुपए। इस तरह जिन्होंने उस समय इसके शेयर खरीदे होंगे, उन्हें 33 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिल रहा है। ऐसे में आप चाहें तो इससे बेचकर निकल सकते हैं क्योंकि डेढ़ महीने में इतना रिटर्न बहुत होता है। हालांकि आप चाहें तो अब भी इसमें बने रह सकते हैं। मर्जी आपकी है। जेएसडब्लू स्टील द्वारा इसे खरीदे जाने की संभावना की खबरें कल कुछ बिजनेस चैनलों ने भी चलाईं। शेयर यकीकन बढ़कर अक्टूबर 2007 के इश्यू मूल्य 35 रुपए तक जा सकता है। लेकिन निवेश में जोखिम तो रहता ही है।
इस बीच मेरी सलाह है कि आप गर्ग फाइनेंस पर नजर रखें। यह अभी तक बीएसई में 17.48 फीसदी बढ़कर 27.55 रुपए पर पहुंच चुका है। शिपिंग कॉरपोरेशन (एससीआई) ने अगर किसी वजह से बोनस की घोषणा नहीं की तो सोमवार को उसका शेयर काफी गिरावट के साथ खुल सकता है, नहीं तो छलांग की उम्मीद तो है ही इसमें। अगले हफ्ते के शुरू में शिवालिक बाईमेटल के 10 लाख शेयरों की खरीद हो सकती है। इस पर नजर रखें।
आईएफसीआई और एससीआई निफ्टी को 5400 के ऊपर ले जा सकते हैं। असल में आईएफसीआई में आपको खरीद बढ़ा लेनी चाहिए क्योंकि सरकार ने उसके 523 करोड़ रुपए के जीरो-कूपन वैकल्पिक परिवर्तनीय बांडों को इक्विटी शेयर में बदलने का फैसला कर लिया है जिसकी औपचारिक घोषणा कभी भी हो सकती है। इस बांडों के जरिए सरकार ने 2000-01 में आईएफसीआई को सहायता दी थी। बांडों को इक्विटी में बदलने से आईएफसीआई में रणनीतिक साझीदार लाने का पहला रास्ता खुल गया है।
इस बीच बीएसई सेंसेक्स आज 205 अंक तक ऊपर जा चुका है।