गुरुकुलों पर मैकॉले का कहर

ब्रिटिश शासन में साल 1833 में गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट पारित हुआ तो लॉर्ड मैकॉले को गवर्नर जनरल की काउसिंल का पहला लॉ मेंबर बनाया गया। 1834 में मैकॉले भारत आया तो उसने पाया कि ब्रिटिशों के लिए इस बेहद सभ्य व स्वतंत्र देश पर तब तक नियंत्रण पाना मुश्किल होगा जब तक यहां के अवाम का मनोबल न तोड़ दिया जाए। इसी के बाद उसने ऐसे लोगों का वर्ग बनाने की बात कही जो रक्त और रंग से तो भारतीय हों, लेकिन मन व बुद्धि से अंग्रेज़ हों। यही नहीं, मैकॉले ने अंग्रेज़ी को स्थापित करने के चक्कर में 7.32 लाख गरुकुलों को नष्ट करवा दिया था। उनके अध्यापकों को यातना दी थी और कइयों को ज़िंदा जलवा दिया था।

3 Comments

  1. यह एक षड़यन्त्र रहा अंग्रेजों का जिसने हमें हमारी संस्कृति से काट कर उनका पिछलग्गू बना दिया ।

  2. मैकाले की शिक्षा नीति की बात तो सुनते आए थे लेकिन यह गुरुकुलों के नष्ट करने की बात तो नई है..इसमें विवाद की ध्वनि है.. इस पर और जानकारी रखिये..

    अर्थकाम बड़ा अच्छा दिख रहा है..और नित नई खबरें ला रहा है..

    आप को बहुत शुभकामनाएं और बधाई

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