इनफोसिस की चाल देखो, धार देखो

दुनिया के बाजारों में मजबूती के बावजूद भारतीय बाजार आज ढीला रहा, इसलिए क्योंकि कारोबारी कल आ रहे इनफोसिस के नतीजों को लेकर कोई दांव नहीं खेलना चाहते। इतना तय है कि महज एक तिमाही में डॉलर के सापेक्ष रुपए के 12 फीसदी बढ़ जाने से भावी नजरिए को बेहतर करना या पिछले स्तर को बरकरार रखना भारी मुश्किल काम है, भले ही यह कंपनी इनफोसिस ही क्यों न हो। हमारे विश्लेषकों के मुताबिक इनफोसिस कल या तो काफी बड़े लाभांश (डिविडेंड) या बोनस शेयरों की घोषणा कर सकती है। इसके पीछे कंपनी का मकसद होगा अपने ब्रांड से जुड़ाव को बनाए रखना। अगर ऐसा होता है तो इनफोसिस के शेयर के भावों में ज्यादा घट-बढ़ नहीं होगी। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो इनफोसिस अपने साथ बाजार को भी नीचे खींच ले जाएगी। वैसे, इसमें कोई संदेह नहीं है कि कंपनी के चौथी तिमाही के नतीजे अनुमान से बेहतर रहेंगे।

इनफोसिस के प्रबंधन से काफी करीबी रखनेवाले एक मार्केट मेकर ने इसमें लांग पोजीशन बना ली है यानी खरीद कर रखी है। इसलिए लगता यही है कि इनफोसिस बाजार को चौंकानेवाली कोई घोषणा करेगी। तो, दिल थामकर इंतजार कीजिए कल की शुभबेला का।

गैस अथॉरिटी (गैल) में आज हम सकारात्मक खबर की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन उसका शेयर करीब 4 फीसदी नीचे चला गया। गैल इतनी अच्छी कंपनी है कि हम उसे हमेशा लंबे निवेश के लिहाज से खरीदने की सिफारिश करते हैं। गैल की खरीद या लांग पोजीशन की हेजिंग के लिए हमने आईसीआईसीआई बैंक में शॉर्ट या बेचने की सिफारिश की थी। आईसीआईसीआई बैंक अभी से नीचे आ चुका है। बताया जा रहा है कि एफआईआई से संबद्ध एक ब्रोकिंग हाउस आईसीआईसीआई बैंक में बेचने की सिफारिश लाने जा रहा है क्योंकि उसका मानना है कि बैंक की आस्तियां (बांटे गए ऋण) दुरुस्त नहीं हैं। वैसे भी यह शेयर काफी महंगा है और यह सेंसेक्स के 21,000 अंक पहुंचने पर ही बेहतर फायदा दिला सकता है। इसलिए अच्छा यही होगा कि इससे बेचकर निकल लिया जाए।

हमने पहले सेसा गोवा में बेचने की सिफारिश की थी और फिर उसे वापस ले लिया। कारण यह है कि हमारी सूचना के अनुसार आनेवाले समय में स्टरलाइट के साथ उसका विलय हो सकता है। अब एक एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) हाउस ने सेसा गोवा को बेचने और जेएसडब्ल्यू स्टील को खरीदने की सलाह दी थी। इसी तरह एक अन्य ब्रोकिंग हाउस ने पंजाब नेशनल बैंक में बिक्री की कॉल दी है, जबकि हम पहले ही कह चुके हैं कि यह शेयर काफी महंगा है।

इंडिया सीमेंट की कहानी अभी पूरी नहीं हुई है। यानी इसे अभी और बढ़ना है। फिर भी हमने अपने हाथ खींच लिए क्योंकि हमें लगता है कि आप ज्यादा जोखिम में न पड़े। अब तक की हमने जो भी खरीद कराई है, उसमें हमारी सलाह रुकने की है एचडीआईएल को छोड़कर। इसलिए इनफोसिस के आंकड़ों के आने के बाद बाजार गिर भी जाए तो ज्यादा घबराने की बात नहीं है।

बी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त सक्रियता शुरू हो गई है। इससे मई और जून में तेजी के बड़े दौर के संकेत मिलते हैं। ऑटो एंसिलियरी उद्योग की प्रमुख कंपनी शिवालिक बाईमेटल लंबी छलांग के मुहाने पर खड़ी है। बस, चौथी तिमाही के नतीजे आने दीजिए और यह शेयर नए आसमान पर पहुंच जाएगा। एक और कंपनी है विंडसर मशींस, जिस पर आपको नजर रखने की जरूरत है। मुंबई के बांद्रा कुरला कॉम्प्लेक्स में विंडसर के परिसर को देखने के बाद मुझे यही अचंभा होता रहा कि इसका शेयर इतने कम भाव पर क्यों पड़ा हुआ है। चाहे जो हो जाए, इस शेयर के भाव का तीन अंकों में जाना तय है। वीआईपी इंडस्ट्रीज जल्दी ही बोनस की घोषणा करनेवाली है और विमप्लास्ट वीआईपी के ही नक्शे-कदम पर चल रही है। एक्सेल इंडस्ट्रीज इस बार जबरदस्त नतीजे घोषित करनेवाली है। हाथ बांधकर बैठे रहने से बेहतर है कि इनमें निवेश करके शांति से बैठ जाया जाए।

मरते समय अमीर हुए तो क्या फायदा। मजा तो जीते-जीते अमीर बनने में है।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है लेकिन फालतू के वैधानिक लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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