बुरा नहीं होता अनिश्चितता का दौर

बाजार होली के बाद से ही रंग में आता दिख रहा है। आज भी सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग 1.25 फीसदी की बढ़त हुई है। सेंसेक्स 18,200 और निफ्टी 5480 से ऊपर पहुंच गया है। मैं तो अब दिनों की गिनती में लग गया हूं क्योंकि मुझे यकीन है कि इस सेटलमेंट में निफ्टी 5600 तक पहुंच जाएगा। हालांकि बाजार के तमाम लोग जरा-सा बढ़ते ही गिरने की उम्मीद लगाए शॉर्ट सेलिंग शुरू कर देते हैं। वे बाजार की मूलभूत मजबूती को स्वीकार करने के लिए कतई तैयार नहीं हैं।

हाल-फिलहाल वे शॉर्ट सेलिंग का मजा ले रहे हैं। लेकिन जब मजबूरन उन्हें शॉर्ट कवरिंग करनी पड़ेगी तो बाजार गिरने के बजाय और बढ़ जाएगा। इस हफ्ते के बाद हमारे पास खरीदने के लिए केवल चार दिन बचेंगे। पांचवां दिन तो नए वित्त वर्ष में चला जाएगा। बाजार के कारोबारी इस समय सौदों में उलटफेर से नफे-नुकसान के समायोजन में लगे हैं। वैसे भी, यह साल ब्रोकरों पर बड़ा भारी पड़ा है क्योंकि वे अपने बहीखाते का लाभ दूसरों की तरफ नहीं बढ़ा सके।

बहुत सारे स्टॉक नई तलहटी पकड़ चुके हैं और अब उनमें 2 फीसदी गिरावट की भी गुंजाइश नहीं है, जबकि बढ़ने की संभावना कम से कम 100 फीसदी की है। लेकिन इस अवसर को पकड़ने के लिए आपको अनुभव से निकले विशेष नजरिए की जरूरत है।

मैं स्टॉक्स को चुन-चुनकर उन्हें खरीदने की सलाह देने से बच रहा हूं क्योंकि मुझे पता है कि अभी आप उसे कोई तवज्जो ही नहीं देंगे। आप तो तभी कुछ सुनेंगे जब बाजार 6000 के पार चला जाएगा। इसलिए आपको कुछ बताने-सुनाने का क्या फायदा? हम आरजे (राकेश झुनझुनवाला) की तरह पूरी तरह अपने निवेश पर डटे हैं और अपने साधनों के हिसाब से जो भी खरीदते बन रहा है, खरीद रहे हैं।

इस वक्त जो भी लोग अपनी बचत अच्छे-अच्छे चुनिंदा स्टॉक्स में लगाएंगे, उन्हें अच्छा रिटर्न मिलेगा। वैसे भी बाजार में अनिश्चितता का दौर निवेश के लिए सबसे मुफीद वक्त होता है। आप में क्षमता भी है और प्रतिभा भी। लेकिन आप में भरोसा और माद्दा नहीं है।

क्षमता कभी छिपी नहीं रहती। अपमान से गहरा कोई जख्म नहीं होता और तनाव का जन्म सारी प्रतिभा का काल बन जाता है।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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