ब्रांड क्या है और उसकी लॉयल्टी क्या है? यह है आपकी वो छवि जो आपसे माल या सेवा लेनेवालों के दिमाग में बनती है। छोटी-छोटी बातें इसे धीरे-धीरे बनाती हैं। ऊपर से तो इसकी कोई कीमत नहीं दिखती, लेकिन बाजार इस ‘अदृश्य’ ताकत को भी आंकता है। यह ताकत आ जाए तो कामयाबी आपसे ज्यादा दूर नहीं रहती है। हम भी धीरे-धीरे अपनी योग्यता और स्टॉक चुनने की क्षमता साबित करने की दिशा में सक्रिय हैं। अर्थकाम का ब्रांड और इसकी लॉयल्टी बनती जा रही है। अगर हम आपकी अपेक्षाओं व जरूरतों पर खरे उतरते रहे तो आकाश हमारी मंजिल है। हमारी कोशिश है कि आपको कतई नाउम्मीद न करें क्योंकि आपकी कामयाबी में ही इस प्रयास की भी कामयाबी है।
हम रिसर्च आधारित सूचनाओं के आधार पर शेयरों का चयन करते हैं। छोटी नहीं, लंबी अवधि के निवेश के लिए। अभी तक हम सही स्टॉक्स की शिनाख्त में औरों से काफी आगे रहे हैं। जब हमने आईडीबीआई और आईएफसीआई में खरीदने की सलाह दी थी, तब बहुतों ने हमें हवा में उड़ा दिया, फब्तियां कसी थी। लेकिन जब इनके भाव बढ़ने लगे तो उन्हें हमारी बताई राह पर चलने में कोई शर्म नहीं आई।
बहुत से निवेशक साल 2008 में 170 रुपए पर आईडीबीआई बैंक को लेकर फंस गए थे। तब मैंने उनसे वादा किया था कि इस स्टॉक को होल्ड करें, आपको सही मूल्य मिल जाएगा। मैंने इसके लिए तीन साल में 700 रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया था। दो साल के भीतर यह शेयर अपने नए शिखर को लांघ चुका है। अब धमाके की राह पर है और आनेवाले सालों में मेरे बताए 700 रुपए के लक्ष्य को हासिल कर लेगा। जब दूसरे लोग मुझसे इसे 700 रुपए पर खरीदने की सिफारिश करेंगे, तब मैं इस स्टॉक के बारे में और लिखूंगा। मजे की बात है कि सब लोग मुझे अब वीआईपी को खरीदने की टिप दे रहे हैं और मैं उनके देर से जागने पर हंस रहा हूं।
पिछली दीवाली पर मैंने एसएनएल बियरिंग्स को 18 रुपए और विंडसर मशींस को 17 रुपए पर खरीदने की सलाह दी थी और इन दोनों शेयरों ने मुझे दुखी नहीं किया क्योंकि 12 महीनों के भीतर इन्होंने 300 से लेकर 500 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है। अब आपके लिए मेरे पास तीन स्टॉक हैं और आप इन्हें कृपया कट-पेस्ट कर अगली दीवाली के लिए रख लें। ये स्टॉक हैं – क्विंटेग्रा, कैम्फर और त्रिवेणी ग्लास। ये तीनों कायाकल्प के दौर से गुजरती कंपनियां हैं और इनके शेयर भी आपको अगली दीवाली तक 300 से लेकर 500 फीसदी तक रिटर्न देंगे। ये आप सभी को मेरी तरफ से दीवाली गिफ्ट है। हालांकि मुझे पता है कि आप मुझ पर भरोसा नहीं करने जा रहे हैं क्योंकि आप नहीं जानते कि बाजार किस तरफ बढ़ रहा है।
सेंसेक्स के बारे में मेरा लक्ष्य 42,000 अंक का है और इसलिए इसे मुझे बाजार से निकलने की सलाह देने की कोई हड़बड़ी नहीं है। ऑटो व बैंकिंग सेक्टर से बचकर रहें और घरेलू खपत के दम पर उठते फर्टिलाइजर, शुगर, छोटी आईटी व शिक्षा से जुड़ी कंपनियों, मीडिया कंपनियों, रीयल्टी, रीयल्टी इंफ्रा, टेक्सटाइल और केमिकल सेक्टर के स्टॉक्स में निवेश करें।
अगर आप एक घंटे का भी समय जाया कर देते हैं तो इससे यही पता चलता है कि जीवन का सही मूल्य आपने अभी तक नहीं समझा है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)
अर्थकाम की टीम के साथ-साथ इसके सभी पाठकों को दीपवली की हार्दिक शुभकामनाएँ। माँ लक्ष्मी की असीम क्रिपा से अर्थकाम आसमान की नई उँचाई तक पहुंचे, ताकि इनके पाठक भी हर दीपावली में खुब मिठाईयाँ बांटे और खुशियां मनाएं।
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