ठिकाना तो तय है, बहाना मिल गया

सरकार ने सीधे बाहर से एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) आयात करने की इजाजत दे दी और निजी एयरलाइन कंपनियों के स्टॉक्स ऐसे छलांग लगा गए जैसे उन्हें कोई कारूं का खज़ाना मिल गया हो। स्पाइसजेट 10.98 फीसदी, किंगफिशर 13.20 फीसदी तो जेट एयरवेज 14.48 फीसदी बढ़ गया। मैं आपको पहले ही बता चुका हूं कि इस बार 30 फीसदी बढ़ने की बारी इन्हीं स्टॉक्स की है। इनके मूल्यांकन इतने नीचे आ चुके हैं कि मुझे पेशकश की जाती तो मैं पूरी जेट एयरवेज कंपनी ही खरीद लेता। फिजिकल सेटलमेंट का न होना उस स्टॉक में खेल करना बहुत आसान बना देता है जो 500 रुपए से गिराकर 170 रुपए पर आया हो और फिर तीन-चार महीनों से पलटकर वापस पुराने स्तर पर लाया जा रहा हो। यह कोई नई बात नहीं है। अबन ऑफशोर, अडानी एंटरप्राइसेज़ और पैंटालून रिटेल में हम ऐसा पहले भी देख चुके हैं।

डीसीएम को इसी साल 2 जनवरी 2012 को 41.60 तक गिरा दिया गया। लेकिन महीने भर के भीतर इसे फिर से उठा दिया गया। आज ही यह 19.72 फीसदी बढ़कर 73.75 रुपए पर पहुंच गया। इसी तरह जिंदल एसडब्ल्यू होल्डिंग्स, रिलायंस इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर (आरआईआईएल) और सैंडूर मैंगनीज ओर को गिराया-उठाया गया है। असल में जिंदल एसडब्ल्यू होल्डिंग्स में खेल करना आसान हो गया है क्योंकि यह एफ एंड ओ (फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस) सेगमेंट से बाहर आ चुका है। कुछ लोगों का कहना है कि अभी 8.58 रुपए पर चल रहे फर्स्ट सोर्स सोल्यूशंस (एफएसएल) इसी तरीके से 15 रुपए से ऊपर पहुंचा दिया जाएगा और शायद आपको इसमें घुसने का मौका ही न मिले। सैंडूर मैंगनीज ओर भी तगड़ी पकड़ वाला स्टॉक है और 10 फरवरी को खनन पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद यह 900 रुपए के ऊपर चला जाएगा। फिलहाल यह 533.50 रुपए पर है।

बाजार के लोगों और मीडिया के सूत्रों का कहना है कि वित्त मंत्री आज ही एसटीटी (सिक्यूरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स) पर कोई अच्छी घोषणा कर सकते हैं। लेकिन मेरा मानना है कि चुनावों की आचार संहिता वित्त मंत्री को फिलहाल ऐसे किसी भी कदम की इजाजत नहीं देती।

बाजार अब भी हर दिन नए-नए शिखर बनाता जा रहा है जिससे मंदड़ियों की जिंदगी दूभर हुई पड़ी है। आज भी निफ्टी 5413.35 की नई ऊंचाई पर पहुंचकर अंत में 0.49 फीसदी गिरावट के साथ 5335.15 पर बंद हुआ। यही बाजार तब अपनी दिशा बदल लेगा, जब आप मन बना लेंगे कि अब तो यह गिरेगा नहीं और आप तो नितांत मूर्ख थे जो अभी तक बेचे चले जा रहे थे। इस बनावटी हालत ने कुछ अच्छे स्टॉक्स की अच्छी-खासी सच्ची तेजी को रोक रखा है।

इसलिए आपको स्पष्ट व सही मार्गदर्शन की जरूरत है ताकि एक तरफ आप शॉर्ट कर सकें तो दूसरी तरफ लांग पोजिशन पकड़ सकें। यह बड़ा अनगढ़ खेल है और इसे संभालना बड़ा कठिन है। लेकिन हमारी टीम शानदार अंदाज में इसे अंजाम दे रही है। हमने डीसीएम, बॉम्बे बर्मा, बॉम्बे डाईंग, केपीआईटी व ज्योति स्ट्रक्चर्स में खरीद की कॉल्स पेश कीं, जबकि टाटा स्टील व निफ्टी में हमने हर बढ़त पर बेचने की सलाह दी और पलड़ा बराबर रखा। आप कहीं गंवाते हो तो उसे कहीं और से मुनाफा कमाकर बराबर कर लेते हो। जब तक बाजार 5264 के स्तर को नहीं तोड़ता, तब एकतरफा अंधा नजरिया खतरनाक होगा।

बॉम्बे डाईंग इस सेटलमेंट का स्टार स्टॉक होगा। इसमें पहला लक्ष्य 465 रुपए का है और इससे ऊपर यह सीधे 550 रुपए तक पहुंच जाएगा। इसमें फिलहाल तरलता काफी कम है क्योंकि प्रवर्तकों ने काफी शेयर बटोर लिए हैं। कंपनी को रीयल्टी के धंधे से मिल रहा फायदा अब उसके नतीजों में झलकने लगेगा। सांस थामकर इंतजार कीजिए। इसके 650 रुपए के ऊपर पहुंचते ही तमाम ब्रोकर इसमें खरीद की रिपोर्ट लेकर हाजिर हो जाएंगे। तेजी के पिछले दौर में भी सीएलएसए ने इस स्टॉक में खरीद की कॉल दी थी। सभी 90 लाख वर्गफुट की जमीन को मूल्यांकन का आधार बनाएंगे। आप लोग जानते ही है कि बॉम्बे डाईंग, सेंचुरी टेक्सटाइल्स और आईडीबीआई बैंक मेरे चहेते स्टॉक्स हैं। आईडीबीआई अपनी असली ताकत 111 रुपए के ऊपर पहुंचने पर दिखाएगा।

दोस्ती उसी क्षण पैदा हो जाती है जब एक शख्स दूसरे से कहता है, “क्या आप भी? मैं तो समझता था कि इस मामले में मैं ही इकलौता हूं।”

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)

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