।।चंद्रभूषण।।* अट्ठारह साल के एक नौजवान ने अपने पिता को लिखे पत्र में बड़े उत्साह से अपने रिसर्च टॉपिक के बारे में बताया। जवाब में भेजी गई चिट्ठी में पिता ने लिखा, “बेटे, समानांतर रेखाओं के फेरे में तो तुम हरगिज न पड़ना। यह रास्ता मेरे लिए अच्छी तरह जाना-बूझा है। न जाने कितनी अंतहीन रातें जागकर मैंने इसकी थाह लेने की कोशिश की है लेकिन मेरे जीवन की सारी रोशनी, मेरी सारी खुशी इस प्रयास मेंऔरऔर भी

समाज के गरीब तबकों के बच्चों को आईआईटी जेईई की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करानेवाले सुपर-30 के संस्थापक गणितज्ञ आनंद कुमार को दोहा में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए एक्सीलेंस इन एजुकेशन पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। कुमार को यह पुरस्कार ‘इंडियन एसोसिएशन फॉर बिहार एंड झारखंड’ और ‘बिहार फाउंडेशन’ की दोहा शाखा की ओर से प्रदान किया जाएगा। बिहार सरकार के सहयोग से 2008 में स्थापित बिहार फाउंडेशन की विश्व भर में सात शाखाएंऔरऔर भी