लाजिमी ही थी थोड़ी मुनाफावसूली

बाजार 5200 से उठकर 5585 पर चला गया। यह बड़े राहत की बात है, तेजी का आगाज है। उम्मीद थी कि बाजार सांस लेने के लिए थोड़ा थमेगा क्योंकि यह 200 दिनों के मूविंग एवरेज (डीएमए) के काफी करीब पहुंच चुका है। लेकिन अगर यह जोश और वोल्यूम के साथ 200 डीएमए को पार कर जाता है तो 60 दिनों के भीतर 6500 की मंजिल पकड़ लेगा। इसलिए ऐसा हो, इससे पहले कुछ मुनाफावसूली लाजिमी हो गई थी। रोलओवर का दौर इस मुनाफावसूली में मददगार साबित हो रहा है। अभी चार दिन और चलेगा डेरिवेटिव सौदों का रोलओवर।

बजट से बाजार को काफी अपेक्षाएं हैं जो एक अच्छा संकेत है। वैसे, बाजार वित्त मंत्री की परेशानियां खुद वित्त मंत्री से बेहतर समझता है। इसलिए छोटी-छोटी बातें भी बड़ा करिश्मा दिखा सकती हैं। हमारी क्या अपेक्षाएं हैं, यह हम बजट पर अपने विचारों में आपको पहले ही बता चुके हैं। बाजार 5 मार्च से मजबूत धरातल पर पैर जमाकर आगे बढ़ेगा। इसलिए मैं निवेशकों को सलाह दूंगा कि वे इससे पहले सभी स्तरीय व बढ़िया स्टॉक्स को खरीदकर जमा कर लें।

निफ्टी के 5200 पर चले जाने से बाजार में मची तकलीफ अब बीत चुकी है। इसके बाद निचले स्तर पर नई बाधा 5385 पर आई जो अब बढ़कर 5460 पर चली गई है। आज गिरावट के बावजूद निफ्टी इससे ऊपर ही बंद हुआ है। अगर बजट बहुत ही ज्यादा वाहियात हुआ तो बाजार बजट के बाद फिर से 5185 तक लुढ़क सकता है। लेकिन ऐसा होने के आसार नहीं लगते क्योंकि सरकारी कंपनियों का विनिवेश, जीडीपी में बढ़त, इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास और वित्तीय सुदृढ़ीकरण या दूसरे शब्दों में राजकोषीय घाटे को कम करना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है।

ज्ञान कभी स्थिर नहीं होता। वह तभी तक काम का है जब तक समय के साथ कदम मिलाकर चल रहा है। पीछे छूट गया तो बासी खाने की तरह उसका कोई पुछत्तर नहीं होता।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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