एफआईआई को शॉर्ट सेलिंग का हिसाब रोज नहीं देना

पूंजी बाजार नियामक संस्था, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने तय किया है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) को शॉर्ट सेलिंग के लिए उधार दिए गए शेयरों की सूचना अब हर कारोबारी दिन के बजाय हफ्ते में केवल एक दिन शुक्रवार को देनी होगी। लेकिन अगर वे अगर अपने विदेशी क्लाएंट को पार्टिसिपेटरी नोट (पीएन) जारी करते हैं तो उन्हें इसकी सूचना तत्काल देनी होगी। सेबी ने एफआईआई और उनके सभी कस्टोडियन के नाम मंगलवार को भेजे गए एक सर्कुलर में इत्तला दी है कि यह नियम शुक्रवार, 2 जुलाई से लागू हो जाएगा।

पीएन वह प्रपत्र हैं जिनके जरिए भारत में पंजीकरण न करानेवाले निवेशक भारतीय बाजार में पैसा लगाते हैं। शॉर्ट सेलिंग का मतलब है कि उधार लेकर बढ़े हुए भाव पर इस उम्मीद के साथ शेयर बेच देना कि आगे शेयर के भाव नीचे गिरेंगे और तब उन्हे खरीदकर उधार देनेवाले को लौटा दिया जाएगा। भारत में नैकेड शॉर्ट सेलिंग या किसी तरह शेयर हासिल किए बिना उसे बेचने पर रोक लगी हुई है।

अभी तक एफआईआई को हर दिन सेबी के पास शॉर्ट सेलिंग की रिपोर्ट भेजनी होती है। सेबी ने अपने सर्कुलर में कहा कि एफआईआई को शॉर्ट सेलिंग की पहली नई रिपोर्ट 9 जुलाई शुक्रवार को जमा करनी होगी। सेबी अभी तक एफआईआई से रोज मिली जानकारी को हफ्ते में दो दिन मंगलवार और शुक्रवार को अपनी वेबसाइट पर पेश करता था। अब वह केवल मंगलवार को ऐसा करेगा और पहली रिपोर्ट 13 जुलाई को साइट पर आएगी।

ऊपर से सेबी का नया सर्कुलर एफआईआई को दी गई ढील नजर आता है। लेकिन सीएनआई रिसर्च के सीएमडी किशोर ओस्तवाल का कहना है कि यह बाजार के लिए बुरा है और इससे एफआईआई की बिकवाली बढ़ सकती है। दूसरी तरफ ब्रोकर फर्म एमएससी कैपिटल्स के इक्विटी प्रमुख जगन्नाधम तुनगुंटला का कहना है कि रोजाना के बजाय साप्ताहिक या पाक्षिक रिपोर्टिंग कर देने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि एसएलबी (स्टॉक लेंडिंग एंड बॉरोइंग) सेगमेंट में कोई खास सौदे हो ही नहीं रहे हैं। लेकिन अगर अमेरिका में ऐसा हुआ होता तो इसका व्यापक असर पड़ता।

बता दें कि पिछले एक साल में पीएन में शॉर्ट सेलिंग का कोई मामला नहीं हुआ है। इस दौरान जारी किए गए पीएन का मूल्य 54 फीसदी बढ़ गया है, जबकि एफआईआई की होल्डिंग 41 फीसदी बढ़ी है। सेबी के आंकड़ों के अनुसार मई 2010 तक जारी पीएन का मूल्य 1,59,927 करोड़ रुपए था और एफआईआई की होल्डिंग का मूल्य था 8,83,379 करोड़ रुपए। इस तरह पीएन का मूल्य एफआईआई के कुल निवेश के मूल्य का लगभग 15 फीसदी है।

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