भारतीय रेल की आमदनी का मुख्य हिस्सा मालभाड़े से आता है और अमूमन उसकी वृद्धि दर यात्री किराए से ज्यादा रहती है। लेकिन चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में यात्री किराए से रेलवे की आमदनी जहां 9.41 फीसदी बढ़ी है, वहीं मालभाड़े से हुई आमदनी 5.83 फीसदी ही बढ़ी है।
रेल मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2010-11 में अप्रैल से नवंबर तक के आठ महीनों में भारतीय रेल की कुल आमदनी में 7.18 फीसदी का इजाफा हुआ है। यह 59,804.93 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में उसकी आमदनी 55,797.81 करोड़ रुपए रही थी।
इस अवधि के दौरान रेलवे की मालभाड़े से आमदनी 5.83 फीसदी बढ़कर 39,696.71 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 37,509.81 करोड़ रुपए रही थी। लेकिन यात्री किरायों से रेलवे की आमदनी में 9.41 फीसदी का इजाफा हुआ। यह 17,077.19 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो बीते वित्त वर्ष की समान अवधि में 15,608.81 करोड़ रुपए रही थी। अन्य क्षेत्रों से रेलवे की आय बढ़कर 1666.75 करोड़ रुपए रही, जो बीते वित्त वर्ष की समान अवधि में 1501.71 करोड़ रुपए रही थी।