मेडिक्लेम व मोटर बीमा से संतुष्ट नहीं तो उसी प्रीमियम पर नई कंपनी

अगर आप मेडिक्लेम पॉलिसी देनेवाली बीमा कंपनी की सेवाओं से संतुष्ट नहीं हैं तो जल्दी ही आप बीमा कंपनी बदल सकते हैं और उतने ही प्रीमियम पर नई कंपनी से मेडिक्लेम प़ॉलिसी ले सकते हैं। मोटर बीमा पॉलिसी पर भी यही नियम लागू होगा। यह किसी ऐरे-गैरे का नहीं, बल्कि खुद बीमा नियामक संस्था, आईआरडीए (इरडा) के चेयरमैन जे हरिनारायण का कहना है। वे मंगलवार को मुंबई में उद्योग संगठन सीआईआई द्वारा आयोजित बीमा सम्मेलन में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि, “अब वक्त आ गया है कि बीमा उद्योग भी पोर्टैबिलिटी देने की शुरुआत कर दे ताकि मेडिक्लेम और मोटर बीमा के पॉलिसीधारक अपने सेवाप्रदाता बदल सकें। हमने इस मसले पर एक बहस शुरू की है और बहुत जल्दी ही हम किसी नतीजे पर पहुंच जाएंगे।” जब उनसे पूछा गया कि क्या पोर्टैबिलिटी की यह धारणा यूलिप (यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस पॉलिसी) पर भी लागू होगी, तह उनका कहना था, “हां और नहीं। हां इसलिए कि यूलिप संबंधी नीति के फेरबदल में थोड़ा संतुलन होना पड़ेगा और नहीं इसलिए उनके पोर्टफोलियो का प्रबंधन समरूप तरीके से होना चाहिए।”

उनका कहना था कि पोर्टैबिलिटी को मनचाहे तरीके से नहीं लागू किया जा सकता और बीमा कंपनी के पोर्टफोलियो को संतुलित रखना ही पड़ेगा। इरडा प्रमुख ने यह भी बताया कि उनकी संस्था जल्दी ही बीमा कंपनियों के विलय और अधिग्रहण के मानक घोषित करनेवाली है। इरडा की एक समिति इस पर विचार कर रही है। उनका कहना था कि मानकों को अंतिम रूप देने का काम काफी तेजी से किया जा रहा है और बहुत जल्द ही इन्हें पेश कर दिया जाएगा।

बता दें कि इस समय अनिल अंबानी समूह की साधारण बीमा कंपनी रिलायंस जनरल इंश्योरेंस दक्षिण भारत की कंपनी रॉयल सुंदरम में 74 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी खरीदने के चक्कर में लगी हुई है। इस बारे में पूछे गए एक सवाल पर इरडा प्रमुख का कहना था कि इस पर कुछ उलझाव हैं जिन्हें बातचीत के जरिए सुलझाने की कोशिश की जा रही है। अगर रिलायंस जनरल इंश्योरेंस रॉयल सुंदरम को खरीदने में कामयाब हो जाती है तो यह देश के बीमा उद्योग में अपने विरोधी के अधिग्रहण का पहला मामला होगा। इसलिए भी जरूरी माना जा रहा है कि जल्द से जल्द इरडा अधिग्रहव व विलय संबंधी मानक तैयार कर ले।

हरिनारायण ने पिछले कई महीनों की तरह एक बार फिर दोहराया कि जीवन बीमा कंपनियों के आईपीओ के बारे में पूंजी बाजार नियामक संस्था, सेबी बहुत जल्दी ही मानकों की घोषणा करनेवाली है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *