रोलओवर की पीड़ा है, चलेगी

बाजार रोलओवर की पीड़ा से गुजर रहा है। अभी तक केवल 74,000 करोड़ रुपए के ओपन इंटरेस्ट अगले सेटलमेंट में ले जाए गए हैं और ज्यादातर सौदों का वारा-न्यारा करना बाकी है। असल में मंदड़िए रोलओवर करने को तैयार नहीं हैं। इसीलिए बाजार में इतने ऊंच-नीच की हालत है। लेकिन गांठ बांध लें कि बाजार एकदम अच्छी तरह सुधरेगा और बहुत जल्द ही वह (निफ्टी) 6500 की मंजिल का रुख कर लेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति का स्वागत निफ्टी के इसी स्तर से होगा।

इस समय जो भी जोड़तोड़ चल रही हो, उससे अलग मैं तो यही सलाह दूंगा कि आप रीयल्टी सेक्टर के स्टॉक्स और निफ्टी में बने रहें। वैसे तो हम पहले ही इस तरह के उतार-चढ़ाव के असर को भांप चुके थे। इसलिए हमने ज्यादा भाव और भागनेवाले स्टॉक्स पर अपनी कॉल घटा दी है। मुझे तो उन लोगों की चिंता सताती है जो हर दिन थोड़े से ट्रेडिंग लाभ के लिए ज्यादा भाव और क्षणिक आवेग वाले शेयरों में खेलते हैं।

इंतजार करें और बाजार पर नजर रखें। धीरज कतई न खोएं। रोलओवर की पीड़ा को पचा डालें। यकीन मानें, निफ्टी बढ़ेगा। बाजार से तभी निकलें जब निफ्टी 5555 अंक से नीचे चला जाए। आपको एफआईआई को मुनाफवसूली के लिए इतनी जगह तो देनी ही पड़ेगी।

संजीवनी पैरेंटल्स में आज दो लाख शेयरों की डील 68 रुपए के भाव पर हुई है। हालांकि गिरते बाजार में भी यह शेयर 1.42 फीसदी बढ़कर 64.50 रुपए पर बंद हुआ है। यह कल 70-73 रुपए तक जा सकता है। लेकिन 65 रुपए पर स्टॉप लॉस लगाकर चलें। एमआरपीएल में भी आज तेजी का रुख रहा। प्रेस्टिज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स का आईपीओ 183 रुपए पर आया था, जबकि आज लिस्टिंग पर यह शेयर ऊपर में 209 पर चला गया और बंद हुआ 192.55 रुपए पर।

इससे रीयल्टी स्टॉक्स का मूल्यांकन बढ़ सकता है। मैं फिर से दोहराना चाहूंगा कि सेंचुरी टेक्सटाइल्स हफ्ते भर में 650 रुपए तक जा सकता है। आज यह 508.60 रुपए पर बंद हुआ है। मेरी नजर में एचडीआईएल, एचसीसी, आईएफसीआई, आईडीबीआई और आरआईएल बराबर चढे हुए हैं।

शंका करना यकीनन अच्छा नहीं होता, लेकिन भविष्य को लेकर खुशफहमी में जीना तो सरासर बेवकूफी है।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ हैलेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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