मारुति ने 11 हड़ताली कर्मचारियों को निकाला

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारूति सुजुकी ने अपनी मानेसर फैक्टरी के 11 कर्मचारियों को बरखास्त कर दिया। फैक्टरी के कर्मचारी शनिवार से ही हड़ताल पर हैं। प्रबंधन के इस कदम के बाद मारुति सुजुकी का शेयर बीएसई में दिन में 1.90 फीसदी गिरकर 1210 रुपए तक चला गया। लेकिन बाद में 0.52 फीसदी की बढ़त के साथ 1240 रुपए पर बंद हुआ।

मारूति सुजुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने बताया कि, ‘‘कंपनी ने 11 कर्मचारियों को बरखास्त कर दिया है। ये लोग कर्मचारियों को अवैध तरीके से हड़ताल के लिए उकसा रहे थे और ऐसा माहौल बना रहे थे जिससे लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती थी।’’ उन्होंने कहा कि कर्मचारी बिना कोई नोटिस दिए हड़ताल पर चले गए। लेकिन प्रबंधन हड़ताली कर्मचारियों के साथ निरंतर बातचीत कर रहा है।

कर्मचारियों की मांग मानने से इनकार करते हुए भार्गव ने कहा, ‘‘यहां कोई दूसरी यूनियन नहीं होगी। अगर उनकी कोई मांग है तो उन्हें पहले हमें लिखना चाहिए और उस पर चर्चा करनी चाहिए।’’ हालांकि, उन्होंने मामले का सौहार्दपूर्ण हल निकलने की उम्मीद जताई। बता दें कि इस फैक्टरी के कर्मचारियों ने एक नई यूनियन बना ली है। प्रबंधन इसे मानने को तैयार नहीं है।

शनिवार से चल रही हड़ताल से कम से कम 1800 कारों का निर्माण नहीं हो सका है। फैक्टरी में कुल लगभग 2000 कर्मचारी हैं, जिनमें से 600 हड़ताल पर हैं। कर्मचारी सूत्रों के अनुसार बरखास्त कर्मचारियों में आठ लोग नवगठित मारूति सुजुकी इम्प्लायज यूनियन (एमएसईयू) के पदाधिकारी हैं जबकि शेष तीन अन्य कर्मचारी हैं। एक हड़ताली कर्मचारी ने कहा, ‘‘हम 11 लोगों को परिसर से जबरन हटाने के किसी भी प्रयास का विरोध करेंगे। हड़ताल जारी रहेगी।’’ (प्रेट्र)

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