केंद्र सरकार ने नेफेड और एनसीसीएफ (नेशनल कंज्यूमर्स को-ऑपरेटिव फेडरेशन) से कहा है कि वे प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए फौरन बाजार में हस्तक्षेप करें। खाद्य राज्यमंत्री के वी थॉमस का निर्देश है कि दोनों एजेंसियों के बिक्री केंद्र 20 रुपए किलो की दर से प्याज बेचेंगे। राज्य सरकारों से भी आग्रह किया गया है कि वे अपनी एजेंसियों के माध्यम से बाजार में इसी तरह के कदम उठाएं। लेकिन मंत्री महोदय को शायद पता नहीं है कि खुले बाजार में भी प्याज 20 रुपए किलो के दाम पर मिल रहा है।
प्याज बेचने का निर्णय मंत्री महोदय की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। बैठक प्याज की कीमतों की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई थी। मंत्री महोदय ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे प्याज की कीमतों पर नजर रखें और यदि आवश्यकता पड़ी तो प्याज के निर्यात को हतोत्साहित करने के लिए उचित उपाय करें। बैठक में उपभोक्ता कार्य सचिव राजीव अग्रवाल, नेफेड के प्रबंध निदेशक, एनसीसीएफ के प्रबंध निदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
एक आकलन के अनुसार वर्ष 2011-12 में प्याज का कुल उत्पादन 151.36 लाख टन होने की संभावना है जो पिछले वर्ष के कुल उत्पादन 145.62 लाख टन से अधिक है। चूंकि देश के कुछ भागों में बारिश के कारण खरीफ की बोवाई में देरी हुई है, इसलिए कीमत अधिक होने के रुझान को जल्द समझ लिया गया है।