वैज्ञानिकों ने रक्त स्टेम कोशिकाओं द्वारा खुद को फिर से पैदा करने के लिए उत्तरदायी मुख्य जीन को ढ़ूंढ़ निकालने का दावा किया है। इस खोज से प्रयोगशाला में रक्त की स्टेम कोशिकाएं बनाने में काफी सफलता मिलने की उम्मीद है।
‘वाल्टर एंड एलीजा हॉल इंस्टीटयूट’ की अगुवाई में एक अंतरराष्ट्रीय दल ने एर्ग (Erg) नाम के इस जीन को ढ़ूंढ़ा है जिसकी मदद से त्वचा प्रतिरोपण जैसे कई इलाजों में होने वाली रक्त की स्टेम कोशिकाओं की जरूरत को पूरा किया जा सकेगा।
इस दल के प्रमुख समीर तावडी ने बताया कि रक्त की स्टेम कोशिकाओं के इस्तेमाल में सबसे बड़ी दिक्कत यह होती है कि इन्हें बहुत कम संख्या में ही लिया जा सकता है और इनकी संख्या बढ़ाने के प्रयास में यह विकसित हो जाते हैं।
तावडी ने कहा, ‘‘हमारे शोध का मकसद यह है कि हम शरीर से निकाली गई स्टेम कोशिकाओं की आत्म सृजन की क्षमता को शुरू कर सकें, जिससे इस्तेमाल के लिए इनकी आपूर्ति में कमी ना आए।’’