अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की अगले हफ्ते होनेवाली भारत यात्रा द्विपक्षीय संबंधों के आर्थिक पहलू पर केंद्रित रहेगी क्योंकि अमेरिकी प्रशासन इसे सबसे महत्वपूर्ण उभरते हुए द्विपक्षीय आर्थिक रिश्तों के तौर पर देखता है।
ह्वाइट हाउस में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फोरमैन ने वॉशिंगटन में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह असल में अमेरिका के लिए बहुपक्षीय और द्विपक्षीय रूप से सबसे महत्वपूर्ण और उभरते हुए आर्थिक संबंध हैं। हम जी-20 के परिप्रेक्ष्य में भारत के साथ काफी करीबी तौर पर काम कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि जी-20 असल में भारत जैसे देशों को वैश्विक आर्थिक मुद्दों पर बातचीत के मकसद से आगे लाने के लि बना मंच है।
फोरमैन ने कहा कि भारत की 1.2 अरब की आबादी और आठ फीसदी की दर से विकास कर रही अर्थव्यवस्था के चलते अमेरिका इस देश को अपने निर्यात के लिये काफी महत्वपूर्ण बाजार के तौर पर मानता है। बीते सात वर्ष में अमेरिका का भारत को निर्यात चार गुना बढ़कर 17 अरब डॉलर हो गया है। बता दें कि अमेरिका राष्ट्रपति के साथ वहां वे उद्योगपतियों का बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी भारत आ रहा है।