निवेशकों को पटाने प्रणव दा पांच दिन अमेरिका में

वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी बुधवार 21 सितंबर की सुबह अमेरिका की पांच दिन की यात्रा पर निकल रहे हैं। इस दौरान विदेशी निवेशकों व उद्योगपतियों से बातचीत के अलावा वे विश्व बैंक व अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की सालाना बैठकों में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वहां ब्रिक्स देशों (ब्राजील, भारत, चीन, रूस, दक्षिण अफ्रीका) के वित्त मंत्रियों की एक बैठक भी होगी। साथ ही जी-24 की अध्यक्षता भारत को सौंपी जाएगी। वित्त मंत्री शनिवार 25 सितंबर को अमेरिका से चलने के बाद रविवार 26 सितंबर को भारत पहुंचेंगे।

अपनी यात्रा के पहले चरण में वे 21 सितंबर को न्यूयॉर्क में भारत निवेश मंच की आठवीं वार्षिक बैठक को संबोधित करेंगे। यहां अपने संबोधन में वे भारत की सतत विकास गाथा का बखान करेंगे। इस मंच का आयोजन अमेरिका की 44 साल पुरानी पत्रिका इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की तरफ से किया जा रहा है। इस बैठक में फिक्की के अध्यक्ष व भारतीय प्रतिनिधियों के अलावा अमेरिका के प्रमुख निवेशक भाग लेंगे। इस बैठक के बाद वित्त मंत्री न्यूयॉर्क में ही अमेरिका- भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) व  फिक्की की गोलमेज बैठक को संबोधित करेंगे। इसमें अमेरिकी कंपनियों के लगभग 20 शीर्ष अधिकारी और भारत के 20 भागीदार शामिल होंगे।

इसके बाद वित्त मंत्री शाम को वॉशिंगटन के लिए रवाना हो जाएंगे जहां 22 सितंबर को वे भारत-अमेरिकी सीईओ मंच की बैठक को संबोधित करेंगे। भारतीय दल का नेतृत्व रतन टाटा करेंगे। इस दल में मुकेश अंबानी, जुबिलेंट लाइफ साइसेंज के हरि भरतिया, एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी, आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर, एचडीएफसी के दीपक पारेख, अपोलो हॉस्पिटल्स की प्रीता रेड्डी और मैक्स इंडिया के अनलजीत सिंह शामिल हैं। अमेरिकी पक्ष से पेप्सिको की इंदिरा नूई, सिटी बैंक के विक्रम पंडित, मैक्ग्रा हिल के टेरी मैक्ग्रा, डुपोंट के एलेन कुलमैन और हनीवेल के डेव कोटे शामिल हैं।

22 सितंबर की दोपहर वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ब्रिक्स देशों की बैठक को निपटाने के बाद जी-24 की 86वीं बैठक में भाग लेंगे। इस बैठक में जी-24 समूह को ज्यादा कारगर बनाने के लिए रणनीति और कार्य योजना पर भी चर्चा की जाएगी। बैठक के अंत में दक्षिण अफ्रीका के वित्त मंत्री शप्रवीन जे.गोरधान जी-24 समूह की अध्यक्षता भारत के वित्त मंत्री को सौंप देंगे। भारत लगभग तीन दशकों के बाद इस समूह की अध्यक्षता करेगा।

श्री मुखर्जी 23 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की सालाना बैठक के पूर्ण अधिवेशन में भाग लेंगे। इसके बाद दोपहर में श्री मुखर्जी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा व वित्त समिति (आईएमएफसी) और वित्त आर्थिक मंच की संयुक्त बैठक में भाग लेंगे जिसमें 24 मंत्रियों के अलावा 24 मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी शामिल होंगे। इन बैठकों के अलावा वित्त मंत्री श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, ब्रिटेन, फ्रांस, ग्रीस, ईरान और जापान के वित्त मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लेंगे।

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