पेट्रोल मूल्यों से नियंत्रण पूरा हटा, डीजल से थोड़ा, रसोई गैस व केरोसिन भी महंगे

सरकार ने आज बड़ा फैसला लेते हुए पेट्रोल की कीमतों से नियंत्रण पूरी तरह हटा लिया। अब पेट्रोल पर सरकार की तरफ से कोई सब्सिडी नहीं दी जाएगी और इसका मूल्य बाजार के हिसाब से तय होगा। लेकिन डीजल पर अभी सरकार थोड़ा नियंत्रण बरकरार रखेगी, जबकि रसोई गैस और केरोसिन के मूल्य अब भी पूरी तरह उसके नियंत्रण में रहेंगे। मंत्रियों के साधिकार समूह (एम्पावर्ड ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स – ईजीओएम) ने शुक्रवार को अपनी बैठक में यह फैसला लिया।

बैठक के बाद पेट्रोलियम सचिव एस सुदर्शन ने संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार रात 12 बजे से पेट्रोल के मूल्य प्रति लीटर 3.73 रुपए, डीजल के मूल्य 2 रुपए प्रति लीटर और एलपीजी (रसोई गैस) के मूल्य 35 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ जाएंगे। सरकार ने इस बार करोसिन को भी नहीं बख्शा है और उसके दाम 3 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए गए हैं। हालांकि पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवरा ने राज्यों से कहा है कि वे पेट्रोल और डीजल पर सेल्स टैक्स घटा दें ताकि उपभोक्ता पर मूल्य वृद्धि का ज्यादा असर न पड़े।

यह सारी कसरत सरकार पर तेल सब्सिडी का बोझ कम करने के लिए है जो सरकार के राजकोषीय घाटे को बढ़ा देती है। पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा देने से चालू वित्त वर्ष 2010-11 के बाकी बचे महीनों तेल मार्केटिंग कंपनियों पर 22,000 करोड़ रुपए का बोझ घट जाएगा। इसका सीधा फायदा इन कंपनियों को मिलेगा। कुछ दिनों पहले ही सरकारी तेल कंपनियों – इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम ने गणना करके बताया था कि पेट्रोल व डीजल के दाम लागत से कम होने के कारण उन्हें हर दिन 203 करोड़ रुपए का घाटा हो रहा है। दोपहर बाद लिए गए सरकारी फैसले के बाद ज्यादातर लिस्टेड तेल कंपनियों के शेयरों के भाव बढ़ गए। यह भी चर्चा है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने बंद कर दिए गए पेट्रोल पंप दोबारा चालू कर सकती है।

आज आठ सदस्यीय ईजीओएम की बैठक वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता में हुई। इसमें रेल मंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं हुईं। इससे पहले कीर्ति परीख समिति की सिफारिशों के अनुरूप पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य पर सरकारी नियंत्रण हटाने के लिए इस समूह की एक बैठक 7 जून को भी हुई थी, लेकिन ममता बनर्जी और कृषि मंत्री शरद पवार के न आने से उसमें कोई फैसला नहीं लिया जा सका। आज की बैठक में पवार शामिल थे। लेकिन परिवहन मंत्री कमलनाथ और योजना आयोग के डिप्टी-चेयरमैन मोंटेक सिंह आहलूवालिया विदेश में होने से कारण इसमें भाग नहीं ले सके।

1 Comment

  1. raghuraj ji lag raha hai sarakar kuchh kam kar rahi hai- janta jindabad ,sarakar jindabad , lokatantr jindabad socho bhawishy me kitane logo ko kam mil gaya shaniwar se inkalab jindabad , dharana- pradarshan

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *