पिछले 11 सालों में देश के 17.61 किसानों को राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (एनएआईएस) के तहत फसल का बीमा कवर दिया गया है। कृषि मंत्रालय के ताजा आकड़ों के अनुसार एनएआईएस के तहत रबी मौसम 1999-2000 से रबी मौसम 2010-11 तक कुल 17.61 करोड़ किसानो का बीमा किया गया है।
इस योजना के तहत पिछली 23 फ़सलों के दौरान 21,459 करोड़ रूपए मूल्य के दावे निपटाए गए हैं, जिससे 4.76 लाख किसानों को लाभ पहुंचा है। योजना के अधीन 2000-01 में जहां 1.05 करोड़ किसानों का बीमा हुआ था, वहीं 2010-11 तक बीमा किए गए किसानों की संख्या बढ़कर 17.61 करोड़ हो गई है। यह योजना इस समय 25 राज्यों और दो संघशासित प्रदेशों में लागू की जा रही है। एनएआईएस के अधीन सबसे अधिक बीमित किसानों की संख्या वाले पांच राज्यों का ब्योरा इस प्रकार है:
राज्य | बीमित किसानों की संख्या |
महाराष्ट्र | 2,79,12,160 |
आंध्र प्रदेश | 2,49,34,592 |
मध्य प्रदेश | 2,17,09,607 |
उत्तर प्रदेश | 1,87,04,064 |
राजस्थान | 1,50,58,674 |
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को सूखा, बाढ, ओलावृष्टि व समुद्री तूफान जैसी प्राकृतिक आपदा और कीड़ों व बीमारियों वगैरह से फ़सलों को होनेवाले नुकसान की पूर्ति करना है। यह योजना किसी भी आकार की जोत वाले सभी किसानों के लिए उपलब्ध है।
इस योजना में अब थोड़ा सुधार किया गया है और इसका नाम संशोधित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (एमएनएआईएस) हो गया है। इसे रबी मौसम 2010-11 से 50 ज़िलों में प्रयोग के तौर पर लागू करने की मंजूरी मिल गयी है।