चले एसबीआई-इनफोसिस-रिलायंस

मानसून की सही व अच्छी शुरूआत, लेकिन आर्थिक विकास दर में कमी, कंपनियों के लाभार्जन का सिकुड़ना और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को बैंकों के ऋण-प्रवाह में कमी। यह सब ऐसी बातें हैं जिनके सम्मिलित प्रभाव से हो सकता है कि रिजर्व बैंक अब ब्याज दरों को बढ़ाने का सिलसिला रोक दे। हालांकि चीन सीआरआर (केंद्रीय बैंक के पास बैंकों द्वारा अनिवार्य रूप से रखा जानेवाला कैश) में एक और वृद्धि करनेवाला है। लेकिन भारत में ब्याज दर की एक ऊपरी सीमा बंध सकती है क्योंकि बढ़ी दरों को जज्ब करने की क्षमता खत्म हो रही है।

प्रत्यक्ष कर-संग्रह के ताजा आंकड़े अर्थव्यवस्था में धीमेपन का संकेत नहीं हैं। इसके दो कारण हैं। एक, मुख्य कर-संग्रह अगले हफ्ते 15 जून को एडवांस टैक्स के रूप में आना है। दो, पहले दो महीनों (अप्रैल-मई) का शुद्ध कर संग्रह 48 फीसदी घटा है, जबकि सकल कर संग्रह 37 फीसदी बढ़ा है। मतलब, रिफंड में सरकारी तेजी के कारण शुद्ध कर-प्राप्ति घटी है।

इसलिए अगर आप कर-संग्रह के आंकड़ों को पकड़ कर बाजार के गिरने की सोच के साथ शॉर्ट सौदे कर रहे हैं तो आपको तगड़ा झटका लग सकता है क्योंकि राजनीतिक मोर्चे पर बाबा रामदेव के मुद्दे पर सरकार की फजीहत को दरकिनार कर बाजार बढ़ने की तैयारी में जुटा हुआ है। आज दोपहर तक ऊपर-नीचे होने के बाद बाजार ने ऊपर की दिशा पकड़ ली। निफ्टी ऊपर में 5570.10 तक चला गया। बंद हुआ है 0.45 फीसदी की बढ़त लेकर 5556.85 अंक पर।

एसबीआई, इनफोसिस और रिलायंस इंडस्ट्रीज बाजार के तीन पुराने स्तंभ है जो पिछले कुछ महीनों से मंदड़ियों के हमलों का शिकार थे। लेकिन अब स्थितियां इनके लिए बदल रही हैं। रिजर्व बैंक एसबीआई के प्रकरण से सबक लेकर एनपीए (गैर-निष्पादित आस्तियों) या डूबत ऋणों के प्रावधान संबंधी नियम बदलने जा रहा है। इनफोसिस संकट-ग्रस्त बाजार में फिर से विजेता के रूप में उभर रहा है। रिलायंस के बारे में मीडिया भले ही कहता रहे कि अब वो सेंसेक्स को चलाने का दमखम खो चुका है। लेकिन वह फिर ऐसा कुछ करनेवाला है जिससे साबित हो जाएगा कि वह किसी राजा के अंदाज में जब चाहे, बाजार को मात दे सकता है।

बाजार के ये तीन ‘इडियट’ सक्रिय हो गए हैं तो मुझे पूरा यकीन हो चला है कि निफ्टी 5750 पर पहुंच ही जाएगा। इस दरमियान केन्नामेटल ने 35 रुपए का लाभांश घोषित किया और इसका स्टॉक 9 फीसदी तक बढ़ गया। आखिर में बंद हुआ 8.20 फीसदी की वृद्धि के साथ 654.90 रुपए पर बंद हुआ। कंपनी किसी भी वक्त डीलिस्टिंग की घोषणा कर सकती है। इस पर नजर रखिए। यह जल्दी ही 900 से 950 रुपए तक जा सकता है। यूफ्लेक्स आज सुबह-सुबह 216.35 रुपए तक चला गया। लेकिन बंद हुआ 2.52 फीसदी घटकर 206.80 रुपए पर। लॉयड्स स्टील पर भी नजर रखिए। उसमें भी काफी हलचल है।

जो लोग आजादी का फल चखना चाहते हैं, उन्हें पहले अराजकता और निरकुंशता का फर्क समझ लेना चाहिए।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का फीस-वाला कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)

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