सोम तक सोसो, मंगल से अमंगल

मैं अपनी पुरानी राय पर कायम हूं और उसमें कोई तब्दीली नहीं आई है। यह भी तय मान लें कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं अपनी राय नहीं बदलूंगा क्योंकि ऐसा करना मुझे कतई मंजूर नहीं। इस महीने 77,000 करोड़ रुपए के आईपीओ आने हैं। ऐसे में बाजार में करेक्शन न आए, ऐसा कैसे हो सकता है? अभी तो कोल इंडिया की वजह से बाजार में रवानगी बची हुई है। इसके आईपीओ का मूल्य मंगलवार, 12 अक्टूबर को घोषित होगा। उसी के बाद इसमें निवेश का बहना शुरू होगा। एकदम साफ है कि बाजार में जो भी तेजी का माहौल है वो ज्यादा से ज्यादा सोमवार, 11 अक्टूबर तक चलेगा।

इसलिए मैं फिर कहूंगा कि बैंकिंग, ऑटो और निफ्टी में शॉर्ट बने रहिए और इसकी हेजिंग (पूर्ति) केवल रीयल्टी स्टॉक्स की खरीद से कीजिए। यह समझदारी भरा फैसला होगा क्योंकि सेंसेक्स के 10,000 स्तर पर आप खरीद कर रहे या लांग हो रहे हैं, जबकि सेंसेक्स के 20,500 के स्तर पर आप शॉर्ट हो रहे या बेच रहे हैं। ऐसा इसलिए कि रीयल्टी के स्टॉक अभी उस भाव पर हैं जब सेंसेक्स 10,000 अंक पर था और बैंकिंग व ऑटो वगैरह की बढ़त ने ही सेंसेक्स को 20,500 तक पहुंचाया है। ऐसे में अगर सेंसेक्स 23,000 पर भी चला जाए तो चूक होने की कोई गुंजाइश नहीं है।

रीयल्टी सूचकांक या इंडेक्स अभी 4000 के करीब है और इसके 4100 के ऊपर जाते ही बड़ी छलांग लगने वाली है। इसके बाद अगला लक्ष्य बेरोकटोक 10,500 का होगा, ठीक उसी तरह जैसे बैंक निफ्टी 5000 से 12,000 तक चला गया था। ट्रेडर लोग तो हर बढ़त पर शॉर्ट सौदे करते रहेंगे क्योंकि इन शेयरों में पीछे भारी करेक्शन आ चुका है। मुझे पता है कि ट्रेडर एचडीआईएल में 310 रुपए का स्टॉप लॉस लगाकर 290 रुपए के ऊपर शॉर्ट करेंगे। लेकिन मेरा यकीन मानिए कि उन्हें इन शॉर्ट सौदों को काटने का मौका नहीं मिलेगा।

मुझे टेक्निकल एनालिस्टों के चार्टों पर भरोसा नहीं है कयोंकि मैं फंडामेंटल्स को, मूल आर्थिक पहलुओं को मानता हूं। लेकिन चार्टों का इस्तेमाल यह बात देखने में जरूर किया जा सकता है कि कहां बिल्ट-अप और ब्रेक आउट हो रहा है। मैं बराबर इसे देखता रहता हूं। मेरा यकीन है कि रीयल्टी स्टॉक्स आपको दो साल में पांच गुना रिटर्न देंगे। अब यह आप पर है कि आप मेरी सलाह को तवज्जो दें या न दें।

सेसा गोवा के स्टॉक ने अच्छा काम दिखाया है और एनएमडीसी ने भी। असल में, एनएमडीसी को गिराकर 250 रुपए तक ले जाना कुछ ऑपरेटरों के खेल का हिस्सा था ताकि वे इसे बटोर सकें। फ्यूचर एंड ऑप्शन में इसकी अलग चाल रही और अब यह शेयर सीधे 700 रुपए के लक्ष्य की तरफ बढ़ रहा है। आइरन ओर के दाम 129 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 260 डॉलर प्रति टन होने जा रहे हैं। इसलिए मैं आइरन ओर को लेकर तेजी की धारणा रखता हूं। छोटे ट्रेडरों और निवेशकों के लिए बालासोर एलॉयज बड़ी मछली है क्योंकि वे एनएमडीसी और सेसा गोवा को नहीं खरीद सकते। बालासोर अगले छह महीनों में 120 रुपए को पार कर जाएगा।

भविष्य किसने देखा है? किस्मत का लेखा किसने पढ़ा है? इसलिए बहुत मुमकिन है कि उसे देखने-पढ़ने का दावा करनेवाले खुद बहुत बड़े फ्रॉड हों।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ हैलेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

1 Comment

  1. SIR,
    REALTY STOCK HCC ME MAINE 220 SHARES Rs.67 KE RATE PAR LE RAKHA HAI, KYA ES STOCK ME AUR PURCHASE KAR LOON YA SESA GOA ME INVEST KAROON, PLZ MAIL ME.
    PARSHURAM

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