महीने का एचआरए ही है 2.5 लाख रुपए

आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ व प्रबंध निदेशक चंदा कोचर का एचआरए (हाउस रेंट एलाउंस) 1 अप्रैल, 2010 से 2.50 लाख रुपए प्रति माह कर दिया गया है। इसके ऊपर से मकान के रखरखाव व फर्नीचर वगैरह का खर्च भी बैंक उठाएगा। कोचर को एचआरए व मकान संबंधी अन्य सुविधाएं तब मिलेंगी, जब वे बैंक द्वारा दिए गए आवास में नहीं रहती हैं। इससे पहले तक उनका एचआरए 1 लाख रुपए प्रति माह था। उनका वेतन 13.5 लाख रुपए/माह है जो इससे अलग है। सोचिए सिर्फ लोगों से जमा लेकर उसे ब्याज पर देने के धंधे में कितना मुनाफा है। ऐसे तमाम खर्चों के बाद भी आईसीआईसीआई बैंक ने वित्त वर्ष 2009-10 में 4025 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है।

2 Comments

  1. ये एक तरह का भ्रष्टाचार और कुव्यवस्था ही है / चंदा कोचर जी को सोचना चाहिए की वो अगर जनता के पैसे से चलने वाले बैंक के मुनाफे में से अपना हिस्सा इतना उसूलेंगी तो उनका बैंक किसी न किसी तरह ,ग्राहकों का ही खून चुसेगा /

  2. आईसीआईसीआई का टोप मैनेजमेनट ही बैकर है जो जनता की गाढी कमाई विदेशो मे भेज रहे है तथा निचे के करमचारीयो को बेगर बना दिया है तथा उने भिखारी बना कर घर घर भेजा जा रहा है

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