घाटे में रहेंगे अभी घबराने वाले

हमने गोल्डमैन सैक्स की घटना के साथ ही भारतीय बाजार पर पड़नेवाले उसके प्रभाव की भी जानकारी अलग से दी थी। इस पर घबराने की कोई बात नहीं है और जो लोग बाजार गिरने के अंदेशे में शॉर्ट सौदे करना चाहते हैं, हम उनकी जरा-सा भी परवाह नहीं करते। चाहे कुछ भी हो जाए, निफ्टी आनेवाले वक्त में 6400 के स्तर तक पहुंचेगा। इसलिए बाजार में अभी जिस तरह की छोटी-मोटी गिरावट आ रही है, उसे दरअसल खरीदने के मौके के रूप में देखना चाहिए। गोल्डमैन सैक्स का वाकया 2004 से 2007 के दौरान का है और बाजार की मौजूदा स्थिति पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

दूसरे, मानसून इस बार अच्छा रहने का अनुमान है। कंपनियों की आय भी शानदार नजर आ रही है। जल्दी ही हमारी अर्थव्यवस्था की विकास दर 9 फीसदी पर पहुंच सकती है। एक और सरकारी कंपनी का आईपीओ आनेवाला है। इसका मतलब कि इधर एलआईसी और दूसरे सरकारी संस्थान बाजार को सहारा देंगे। किसी फैसले से पहले हमें इन सब बातों पर गौर कर लेना चाहिए। मुझे लगता है कि कल रिजर्व बैंक ब्याज दरें नहीं बढ़ानेवाला है। हालांकि पूरा मीडिया यही बताने में लगा है कि ब्याज दरों का बढ़ना एकदम तय है।

ट्रेडर और बाजार के ऑपरेटर आम तौर पर खबर आ जाने के बाद सक्रिय होते हैं, जबकि सीएनआई तब अपनी बात लेकर आती है जब बाजार को हकीकत नहीं पता होती। हम जायसवाल नेको को 7 रुपए से लेकर 17 रुपए तक खरीदने की सिफारिश करते रहे, जबकि बाजार की एंट्री इसमें 34 से 50 रुपए पर हुई। यही बात आरडीबी इंडस्ट्रीज के साथ हुई है। हमने 28 रुपए से लेकर 105 रुपए तक के भाव पर इसमें तेजी की धारणा बनाए रखी। अब डिमर्जर की खबर आ गई तो हम इससे निकलने की सलाह दे रहे हैं। होगा यह है कि यह शेयर स्टॉक एक्सचेंज में डीलिस्ट होगा तो छोटी अवधि के ट्रेडरों व निवेशकों में घबराहट फैलेगी, हालांकि बाजार इससे आगे जाएगा। टेक्निकल चार्ट के मुताबिक आरडीबी में 142 रुपए से ऊपर के स्तर पर तेजी का दौर है और इसकी अगली मंजिल होगी 173 रुपए। वैसे, इस 20 फीसदी रिटर्न क्या मतलब है जब हम 28 रुपए से 145 रुपए तक जाने का रिटर्न पा चुके हैं। अगर आप लंबे समय के निवेशक हैं तो इसे अगले तीन साल तक रखना चाहिए क्योंकि इस दौरान यह 700 रुपए तक जा सकता है। नहीं तो इससे अभी निकल जाना चाहिए।

लक्ष्मी नारायण मित्तल की सहयोगी कंपनी शिवालिक बाईमेटल्स का बाजार पूंजीकरण बहुत छोटा 60 करोड़ रुपए का है। यह कंपनी भी इसी तरह का पेंग भरने की तैयारी में है। यह शेयर जब 18 रुपए पर था, तभी से हम इसमें खरीद की सलाह दे रहे हैं। अब यह 34 रुपए पर आ चुका है। जल्दी ही बाजार भी इसे खरीदने की सिफारिश करने लगेगा। इसलिए बेहतर यह होगा कि अभी इसे भारी मात्रा में खरीद लें और बाजार में जब सिफारिशों का आना शुरू हो, तब मुनाफा काटकर इससे निकल जाएं।

आज की बात करें तो बाजार ब्याज दरों पर रिजर्व बैंक की घोषणा से पहले ऐसा बहाना तलाश रहा था जिससे गिरावट के बाद अच्छी-खासी शॉर्ट पोजीशन बन जाएं। गोल्डमैन ने उसे यह बहाना दे दिया। बुधवार से रोलओवर की शुरुआत होगी और बाजार को उसके बाद बढ़ना ही है।

छोटे-छोटे खर्चों से सावधान रहें। बहुत छोटा-सा छेद भी नाव को मझधार में डुबा देता है।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है लेकिन फालतू के वैधानिक लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *